छत्तीसगढ़ के बीजेपी विधायक गोडसे के नाम के आगे 'जी' लगाकर आये विवादों में, पूछने पर दिया ये जवाब
By विनीत कुमार | Published: October 4, 2019 11:40 AM2019-10-04T11:40:41+5:302019-10-04T11:40:41+5:30
पत्रकारों ने जब 'जी' लगाने पर बीजेपी विधायक से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, 'देखिये मृतक आत्मा है, मृतक आत्मा के प्रति सम्मान झलकाना, सम्मान से उसका नाम लेना हमारा संस्कार है। चाहे वह दुश्मन भी क्यों न हो।'
छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेता अजय चंद्राकर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के नाम के आगे 'जी' लगाने के बाद विवादों में आ गये हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि मृत व्यक्ति के प्रति सम्मान दिखाने का ये उनका तरीका है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गोडसे पर बयान पर नाराजगी जताते हुए चंद्राकर ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि 'गोडसे जी' की निंदा की जानी चाहिए और उसके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये जाने चाहिए। अगर वह गोडसे की विचारधारा जानना चाहते हैं तो पहले उन्हें यह साफ कर देना चाहिए कि ये सत्र महात्मा गांधी जी के लिए है या गोडसे जी?'
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक चंद्राकर ने ये भी कहा कि बघेल अगर चाहें तो छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र एक दिन के लिए और बढ़ा सकते हैं ताकि गोडसे पर चर्चा हो सके। चंद्राकर से जब गोडसे के नाम के आगे 'जी' लगाने के बारे में पूछा गया तो बीजेपी विधायक ने कहा, 'देखिये मृतक आत्मा है, मृतक आत्मा के प्रति सम्मान झलकाना, सम्मान से उसका नाम लेना हमारा संस्कार है। चाहे वह दुश्मन भी क्यों न हो।'
इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने कहा था कि वे बीजेपी और आरएसएस के महात्मा गांधी को सम्मान देने की बात तभी मानेंगे जब वे 'गोडसे मुर्दाबाद' कहना शुरू कर देंगे। बघेल ने कहा कि गोडसे दरअसल वीर सावरकर के चेले थे और गांधी की हत्या में एक भूमिका सावरकर की भी रही। बघेल ने मीडिया से कहा, 'गोडसे असल में सावरकर का चेला था। यह ऐतिहासिक तथ्य है और इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। सावरकर भी गांधी की हत्या की योजना के एक भाग थे और इससे कोई इनकार नहीं करेगा।'