छत्तीसगढ़: विधानसभा घेरने जा रहे कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, 71 गिरफ्तार
By भाषा | Updated: July 3, 2018 23:46 IST2018-07-03T23:35:01+5:302018-07-03T23:46:27+5:30
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग किया जिससे कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को चोट पहुंची है।

छत्तीसगढ़: विधानसभा घेरने जा रहे कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, 71 गिरफ्तार
रायपुर, तीन जुलाई: छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या, मंहगाई और महिलाओं की सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेस के 71 नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने आज यहां ‘भाषा’ को बताया कि अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा और वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा समेत 71 लोगों को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया।ठाकुर ने बताया कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आज शहर के मंडी गेट के सामने एकत्र हुए तथा विधानसभा की ओर बढ़ने की कोशिश करने लगे।
विधानसभा के घेराव को देखते हुए मंडी गेट में बैरीकेड लगाया था। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प के बाद पुलिस ने 71 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। तथा बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
जितनी लाठियां बरसानी है, बरसा लो...जितना दमन करना है, कर लो।
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) July 3, 2018
तुम्हारी लाठियां हमारे बदन पर निशान तो छोड़ सकती है, लेकिन हमारा हौसला नहीं तोड़ सकती।
तुम्हारी हर लाठी का जवाब इंकलाब है और हर दर्द की कराह 'परिवर्तन'।
रमन सिंह जी! जनता ने आपकी उल्टी गिनती शुरू कर दी है। pic.twitter.com/oiy0R1xfhs
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि आवासीय पट्टा देने में हो रहे भेदभाव, बेरोजगारी भत्ता, पुलिसकर्मियों की मांगों को पूरा करने, प्रधानमंत्री आवास योजना में सभी हितग्राहियों को बिना भेदभाव के योजना का लाभ देने, महंगाई, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आत्महत्या और युवाओं को रोजगार समेत अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा घेराव का फैसला किया था।
विधानसभा घेरने के लिए रायपुर शहर के सभी चारों विधानसभा से सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरूष पहुंचे थे।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग किया जिससे कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को चोट पहुंची है। वहीं इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी है लेकिन पुलिस ने संख्या कम बताई है।
