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Chandrayaan-3 lands on Moon: चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक कमायाबी पर वर्ल्ड मीडिया ने कैसी प्रतिक्रिया दी?

By अनिल शर्मा | Updated: August 24, 2023 08:16 IST

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब 6 बजकर 4 मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ।

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ठळक मुद्देचंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल बुधवार को चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग की तकनीक में महारत हासिल करने वाला चौथा देश है।भारत की इस सफलता पर दुनिया की प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने हाथोंहाथ लिया है।

चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल बुधवार को चंद्रमा की सतह पर उतर गया। लैंडर और रोवर को एक चंद्र दिन की अवधि (लगभग 14 पृथ्वी दिवस) तक संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है। अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ (रूस) के बाद भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग की तकनीक में महारत हासिल करने वाला चौथा देश है। भारत की इस सफलता पर दुनिया की प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने हाथोंहाथ लिया है।

लोकप्रिय अमेरिकी वेबसाइट द न्यूयॉर्क टाइम्स ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग को उचित कवरेज दी और अपनी वेबसाइट के होमपेज पर ‘‘India Is on the Moon’: Lander’s Success Moves Nation to Next Space Chapter’ and ‘What’s next for India in space exploration?’ इसके अलावा प्रकाशन ने इस पर एक लाइव ब्लॉग भी किया।

अमेरिका के वाशिंगटन पोस्ट ने चंद्रयान 3 की सफलता पर लिखा- ‘India lands a spacecraft softly on the moon’s surface’

वहीं बीबीसी ने इस शीर्षक दिया-  Chandrayaan-3: India makes historic landing near Moon's south pole"

पाकिस्तान ने भी भारत को चंद्रयान 3 की सफलता पर बधाई दी है। यहां के प्रमुख न्यूज चैनल जियो न्यूज ने लिखा- आखिरकार भारत का चंद्रयान 3 चांद की सतह पर पहुंच गया। वहीं पाकिस्तान के DAWN ने लिखा-  ‘India becomes first nation to land spacecraft near Moon’s south pole’।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने इस घटना को 'विजय घोष' बताते हुए लिखा- ‘Victory cry’: India lands spacecraft on moon, first to reach lunar south pole.

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब 6 बजकर 4 मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ। लैंडिंग के तुरंत बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार रात कहा कि लैंडर और बेंगलुरु में अंतरिक्ष एजेंसी के मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया था।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दक्षिण अफ्रीका से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास बनते हुए देखते हैं तो जीवन धन्य हो जाता है। ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं राष्ट्रीय जीवन की चिरंजीव चेतना बन जाती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पल अविस्मरणीय है, यह क्षण अभूतपूर्व है, यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के जयघोष का है। यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत के चंद्र पथ पर चलने का है।

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