7 माह में 8 वारदात के बाद पुलिस के हाथ आई चेन स्नेचर गैंग, बाइक के अधूरे नंबर प्लेट से पकड़ा में आया एक आरोपी
By बृजेश परमार | Published: October 18, 2021 07:52 PM2021-10-18T19:52:17+5:302021-10-18T21:09:34+5:30
माधवनगर थाना क्षेत्र में पिछले 7 माह में 8 वारदातों को अंजाम देने वाली चैन स्नेचरों की गैंग पुलिस के हाथ लग पाई है। 7 माह में गैंग ने जमकर पुलिस को छकाया।
उज्जैन : माधवनगर थाना क्षेत्र में पिछले 7 माह में 8 वारदातों को अंजाम देने वाली चैन स्नेचरों की गैंग पुलिस के हाथ लग पाई है। 7 माह में गैंग ने जमकर पुलिस को छकाया।गैंग के गिरफ्तार किए गए चार में से 3 आरोपी इंदौर के एक उज्जैन निवासी हैं। आरोपियों से 8 चेन एवं 2 बाईक बरामद की गई है।
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने बताया कि माधवनगर थाना क्षेत्र में गैंग ने 13 मार्च को मोहन मेंशन के पास जिला लालवानी निवासी राज एवेन्यू इंदौर के गले से चेन झपटी की वारदात को अंजाम दिया था। उसके तीन माह बाद दुसरी और जुलाई में तीन वारदात को अंजाम दिया। अक्टुबर माह के दो सप्ताह में ही 3 वारदातों को अंजाम दिया। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 10 टीम काम कर रही थी, इसके बाद भी सफलता नहीं मिल पा रही थी।20-25 संदिग्धों से पूछताछ की गई।
इसी बीच 13 अक्टूबर को आरोपी ने दशहरा मैदान के पास श्रुति शर्मा निवासी निजातपुरा उज्जैन से चेन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के बाद पुलिस ने अपने एवं निजी सीसी टीवी कैमरा को खंगाला था। इसमें बाईक की नंबर प्लेट टूटी हुई एवं इंदौर सिरीज की सामने आने पर तलाश की जा रही थी। बाईक सवार को तम्बाकू बाजार क्षेत्र में देखा जाने पर हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उसने अपनी गैंग एवं इंदौर निवासी साथियों के बारे में जानकारी दी।
पुलिस ने सूरज निवासी नंदानगर,निखिल निवासी नेहरूनगर,शशांक निवासी तरवाना नगर इंदौर के साथ ईश्वर निवासी जीवाजीगंज उज्जैन को दबोचा है। आरोपियो को गिरफ्तार कर उनसे 8 सोने की स्नेचिंग की गई चेन एवं वारदात में उपयोग की जा रही दो बाईक,वारदात के समय आरोपी का पहना गया शर्ट बरामद किया है।इनका इंदौर निवासी एक साथी जो कि सोने की चेन का डिस्पोजल कर खपाता था वह फरार है।इंदौर निवासी आरोपियों के परदेशीपुरा,बाणगंगा,सहित अन्य थानों में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
एसपी श्री शुक्ला ने माना कि सिंहस्थ में लगे सिटी सर्विलेंस के पुलिस के कैमरों को बदलने का समय आ चुका है।वारदात के फूटेज में उनकी उपयोगिता अब पर्याप्त नहीं बची है। उनके स्थान पर एनपीआर कैमरा की आवश्यताओं को देखते हुए पुलिस मुख्यालय को भेजा गया प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है।प्रदेश के 11जिलों के साथ ही उज्जैन में भी अगले दो माह में एनपीआर कैमरा लगने से काफी अच्छे परिणाम आएंगे एवं परफेक्ट सिटी सर्विलेंस हो सकेंगा।