कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ड्रोन (मानवरहित विमान) के जरिए सीमा पार से भारत में हथियार और मादक पदार्थ (ड्रग) पहुंचाए जाने पर चिंता जताते हुए शनिवार को मांग की कि केंद्र सरकार को पंजाब में ऐसी वस्तुओं की तस्करी को रोकने के लिए ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी स्थापित करनी चाहिए। कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने इस संवेदनशील मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री को एक पत्र लिखा है। तिवारी यहां मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि तालिबान के कब्जे से पड़ोसी पाकिस्तान में सक्रिय विभाजनकारी ताकतों को ताकत मिली है और यह भारतीय सीमावर्ती राज्यों, खासकर पंजाब तथा जम्मू कश्मीर के हितों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में शांति भंग करने के लिए लगातार काम कर रही है और ड्रोन के जरिए भारतीय क्षेत्र में ड्रग और हथियारों की तस्करी को कोई भी देख सकता है। उन्होंने कहा कि हालांकि सुरक्षा बलों के चौकस जवानों ने ऐसे कई प्रयासों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया है, लेकिन आशंका है कि इनमें से कुछ लक्ष्य हासिल करने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के "गैर-प्रतिक्रियात्मक रुख’ के बावजूद कोविड महामारी से "सफलतापूर्वक निपटने" और राज्य की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के प्रयासों की सराहना की। तिवारी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कर्तव्यनिष्ठ हैं और उनके पास व्यापक अनुभव है। पंजाब को आगामी विधानसभा चुनाव में ऐसे ही नेतृत्व की जरूरत है, जो राज्य के हितों को बचाने के लिए व्यक्तिगत राजनीतिक हितों को दांव पर लगाने से नहीं हिचकते। उन्होंने कहा कि वे केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं।
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