केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को कहा कि आयकर विभाग ने कोलकाता में दुर्गा पूजा समितियों को हाल में कोई नोटिस नहीं भेजा है।
मीडिया में चल रही खबरों में कहा जा रहा है कि आयकर विभाग ने दुर्गा पूजा कमेटी फोरम को पिछले कुछ हफ्तों में नोटिस भेजा है। सीबीडीटी ने कहा कि स्पष्ट तौर से इस तरह की खबरें तथ्यात्मक रूप से गलत हैं और इनका हम खंडन करते हैं।
बोर्ड ने कहा , " वास्तव में इस साल आयकर विभाग ने दुर्गा पूजा कमेटी फोरम को कोई नोटिस नहीं भेजा है। " हालांकि , इसमें कहा गया है कि आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि पूजा समितियों के लिए काम करने वाले कई ठेकेदार कर नहीं दे रहे हैं।
इसलिए दिसंबर 2018 में लगभग 30 समितियों को नोटिस जारी किए गए थे। सीबीडीटी ने कहा कि कर विभाग की टीडीएस शाखा ने यह नोटिस जारी किए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ठेकेदार और इवेंट मैनेजर समय पर अपने कर का भुगतान करें।
दुर्गा पूजा समितियों को आयकर नोटिस पर तृणमूल कांग्रेस ने धरना शुरू किया
दुर्गा पूजा समितियों को आयकर नोटिस भेजने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को मध्य कोलकाता में आठ घंटे का धरना शुरू किया। यहां कई दुर्गा पूजा समितियों को नोटिस जारी किए जाने को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को घोषणा की थी कि ‘बंग जननी ब्रिगेड’ (पार्टी की महिला शाखा) मंगलवार को सुबोध मलिक चौक पर धरने पर बैठेगी।
बनर्जी ने कहा कि त्योहारों को कर वसूली से छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोजकों, पूजा में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं और ‘‘बांग्ला से प्यार करने वाले’’ सभी लोगों को इस प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहिए। भाजपा ने विरोध प्रदर्शन करने के तृणमूल कांग्रेस के फैसले की आलोचना की और आरोप लगाया कि राज्य के सत्तारूढ़ दल के नेताओं का एक तबका चिटफंड घोटालों में कथित रूप से लूटे गए धन को पूजा समितियों के जरिए सफेद बनाने के काम में लगा है। तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को ‘‘निराधार’’ करार दिया।
तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में व्यापक स्तर पर दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि पुरानी सरकारों की अपेक्षा तृणमूल कांग्रेस के शासन में राज्य में व्यापक तौर पर दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ। तृणमूल कांग्रेस का यह जवाब ऐसे समय में आया है जब भाजपा राज्य सरकार पर यहां दुर्गा पूजा के आयोजनों में कमी करने का आरोप लगा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि केंद्र में सत्ता में आने के बाद खुद के द्वारा किए गए काम पर ध्यान देना चाहिए। चैतन्य महाप्रभु के संग्रहालय का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे धार्मिक पहचान पर सवाल करने वाले लोगों से ज्यादा मैं शास्त्र और धर्मग्रंथ जानती हूं।’’