कोविड-19 के टीके संबंधी अफवाहों को रोकने के लिए धार्मिक नेताओं की मदद लेगा केंद्र
By भाषा | Published: November 26, 2020 10:22 PM2020-11-26T22:22:55+5:302020-11-26T22:22:55+5:30
(पायल बनर्जी)
नयी दिल्ली, 26 नवंबर केंद्र ने राज्यों से कोविड-19 टीकाकरण पर नजर रखने के लिए ब्लॉक स्तर के कार्य बलों का गठन करने और टीके के संबंध में सभी प्रकार की गलत सूचनाओं और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए धार्मिक नेताओं समेत स्थानीय स्तर पर प्रभावित करने वाले लोगों की मदद लेने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कार्य बलों को टीके को लगाने में आने वाली रुकावटों को दूर करने की जिम्मेदारी दी जाएगी और इस तरह टीकाकरण के लिए विकेन्द्रीकृत योजनाएं और तैयारियां की जा रही हैं।
उसने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को 24 नवंबर को भेजे पत्र में कहा कि ब्लॉक कार्य बल का नेतृत्व उप मंडलीय दंडाधिकारी या तहसीलदार करेंगे और इसमें सरकारी विभाग, विकास साझेदार, एनजीओ, स्थानीयों लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखने वाले लोगों और धार्मिक नेताओं को शामिल किया जाएगा।
मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि कोविड-19 के टीके को देने में करीब एक साल का समय लगेगा और इसमें विभिन्न समूहों को शामिल किया जाएगा, जिसकी शुरुआत स्वास्थ्य कर्मियों से होगी।
उसने कहा था कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके मद्देनजर राज्य और जिला स्तर पर समिति बनाने को कहा है जो टीकाकरण की तैयारियों, मसलन टीकों को रखने के लिए शीत गृह की श्रृंखला, परिचालन तैयारी, भौगोलिक आधार पर राज्य विशेष की चुनौती आदि की समीक्षा करेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के 24 नवंबर के पत्र में कहा गया है, ‘‘कोविड-19 टीकों को देने के लिए ब्लॉक कार्य बल (बीटीएफ) के गठन की भी आवश्यकता है ताकि टीके के संबंध में विकेंद्रीकृत योजना और तैयारी की जा सके।’’
पत्र में कहा गया है कि बीटीएफ को को-विन सॉफ्टवेयर पर अपलोड के लिए जिले के साथ साझा किए जाने वाले लाभार्थियों के डेटाबेस पर नजर रखने, सूक्ष्म योजना, संवाद योजना, शीत गृह की श्रृंखला और टीकाकरण संबंधी साजो सामान से जुड़ी योजना की प्रगति पर नजर रखने तथा हर गतिविधि की जवाबदेही तय करने को कहा गया है।
इसके अलावा बीटीएफ टीकाकरण सत्रों की योजना भी बनाएंगे। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
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