नयी दिल्ली, चार जून केन्द्र ने पंजाब सरकार से मीडिया में आईं उन खबरों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिनमें आरोप लगाया गया है कि उसने निजी अस्पतालों को कोविड-19 रोधी टीके ''बेचकर'' मुनाफा कमाया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव वंदना गुरनानी ने पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को लिखे पत्र में कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह 'उदारीकृत मूल्य निर्धारण एवं त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति’ का स्पष्ट उल्लंघन है।
पत्र में कहा गया है, ''जैसा कि आप जानते हैं कि एक मई 2021 को उदारीकृत मूल्य निर्धारण एवं त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति लागू की गई। रणनीति के अनुसार निजी अस्पताल टीका निर्माताओं से प्रत्यक्ष रूप से कोविड-19 टीके खरीद रहे हैं। ''
उन्होंने कहा, ''लिहाजा राज्य सरकार से इन समाचारों की सत्यता की पुष्टि करने और इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को तत्काल स्पष्टीकरण भेजने का अनुरोध किया जाता है। ''
निजी अस्पतालों को टीके बेचने के विपक्ष के आरोपों से घिरी पंजाब सरकार ने शुक्रवार को अस्पतालों को 18 से 44 साल की आयु के लोगों को लगाए जाने वाले टीकों का पूरा स्टॉक वापस करने का निर्देश दिया है।
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