जिस स्कूल से हुए CBSE के पर्चे लीक उसके प्रिंसिपल का दावा- सभी 15 CCTV कैमरे नहीं कर रहे थे काम
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: April 3, 2018 09:05 AM2018-04-03T09:05:17+5:302018-04-03T09:05:17+5:30
CBSE के 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र और 10वीं के गणित के पेपर परीक्षा से पहले ही लीक हो गये थे। मामले में दिल्ली से तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं और झारखण्ड पुलिस ने पेपर लीक मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, 03 अप्रैल: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं के अर्थशास्त्र और 10वीं के गणित विषयों की परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक मामले में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। 12वीं का अर्थशास्त्र का पेपर कथित तौर पर जिस स्कूल से गायब हुआ है उसके प्रिंसिपल ने पुलिस से कहा कि घटना के दिन विद्यालय में लगे 15 सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। पुलिस ने अपनी जाँच में पाया कि नियमों की अनदेखी करते हुए स्कूल ने परीक्षा के प्रश्नपत्र समय से दो घण्टे पहले मँगा लिये थे। सीबीएसई की 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा 26 मार्च को हुई थी। दिल्ली पुलिस ने बवाना स्थित एक स्कूल के दो टीचरों और एक कोचिंग सेंटर के मालिक को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस रविवार (एक अप्रैल को निलंबित किए गए सीबीएसई के अधिकारी केएस राणा से मंगलवार (तीन अप्रैल) को पूछताछ करेगी। जिस स्कूल से पेपर लीक हुए हैं उसके इंचार्ज केएस राणा ही थे।शनिवार देर रात जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार खुद प्रीत विहार स्थित सीबीएसई के मुख्यालय गए थे और वहां जाकर राणा की भूमिका के बारे में सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारियों को बताया था। जिसके बाद एस राणा को निलंबित कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के मुताबिक क्लास 10 का गणित का पेपर एक व्हाट्सअप ग्रुप के जरिए लीक हुआ है। जो 6 ग्रुप में बांटा गया है जिसमें करीब 60 लोगों के जुड़े होने की बात कही जा रही है। पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल से भी 10वीं क्लास का मैथ्स का पेपर मिला है। यह वही पेपर है, जो हैंड रिटन है और एक रात पहले ही वाट्सऐप के माध्यम से लीक कर दिया गया था। आरोपियों से इस संबंध में भी पूछताछ जारी है। प्रोटोकॉल के मुताबिक, प्रश्न पत्र सरकारी बैंकों में परीक्षा से एक दिन पहले जमा किए जाते हैं और सीबीएसई अधिकारियों द्वारा केंद्रों में ले जाते हैं जिन्हें 'संरक्षक कहते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पुलिस ने बवाना के स्कूल में लगे 15 सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर जब्त कर लिया है। फुटेज खंगाली जा रही है। जिस कमरे में प्रश्नपत्र डी-सील किए जाते थे, वहां कोई सीसीटीवी नहीं लगा था। इसलिए पुलिस स्कूल रिसेप्शन, गेट व ग्राउंड में लगे कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि बच्चे कितने बजे स्कूल में आते थे और फिर वहीं से बस में सवार होकर परीक्षा केंद्र के लिए जाते थे।
सीबीएसई के 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र और 10वीं के गणित के पेपर परीक्षा से पहले ही लीक हो गये थे। मामले में दिल्ली से तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं और झारखण्ड पुलिस ने पेपर लीक मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है