कांग्रेस का पीएम मोदी पर गंभीर आरोप, सुरजेवाला ने कहा- आलोक वर्मा करना चाहते थे राफेल डील की जाँच इसलिए कर दी गई छुट्टी
By भाषा | Updated: October 24, 2018 16:39 IST2018-10-24T16:39:05+5:302018-10-24T16:39:05+5:30
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सीबीआई को लेकर सरकार पर लगे रहे इन आरोपों को ‘‘बकवास’’ करार दिया है। उन्होंने कहा सीबीआई के नंबर एक अधिकारी आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को हटाने का फैसला केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की सिफारिशों पर आधारित है।

कांग्रेस का पीएम मोदी पर गंभीर आरोप, सुरजेवाला ने कहा- आलोक वर्मा करना चाहते थे राफेल डील की जाँच इसलिए कर दी गई छुट्टी
कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह सीबीआई के कामकाज में दखल दे रहे हैं। पार्टी ने यह सवाल भी किया कि क्या सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को इसलिए ‘‘बर्खास्त’’ किया गया क्योंकि वह राफेल घोटाले में ‘‘भ्रष्टाचार की परतों’’ की जांच करना चाह रहे थे।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वर्मा को हटाकर मोदी सरकार ने सीबीआई की आजादी में ‘‘आखिरी कील’’ ठोंक दी है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘सीबीआई को व्यवस्थित तरीके से खत्म करने और कमजोर करने का काम अब पूरा हो चुका है। कभी प्रतिष्ठित जांच एजेंसी रही, लेकिन अब प्रधानमंत्री सुनिश्चित कर रहे हैं कि सीबीआई की निष्ठा और विश्वसनीयता दफन और खत्म हो जाए।’’
CBI चीफ आलोक वर्मा राफेल घोटाले के कागजात इकट्ठा कर रहे थे। उन्हें जबरदस्ती छुट्टी पर भेज दिया गया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 24, 2018
प्रधानमंत्री का मैसेज एकदम साफ है जो भी राफेल के इर्द गिर्द आएगा- हटा दिया जाएगा, मिटा दिया जाएगा।
देश और संविधान खतरे में हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा- सीबीआई को कमजोर किया जा रहा
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल घोटाले में भ्रष्टाचार की परतों की जांच करने की इच्छा के कारण सीबीआई निदेशक को बर्खास्त किया गया? क्या यह मामले को दबाने की कोशिश नहीं है? प्रधानमंत्री जवाब दें।’’
देखना मोटा भाई- कोई बच ना जाए,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 24, 2018
पहले सुप्रीम कोर्ट,
फिर चुनाव आयोग,
फिर RBI,
फिर ED/SFIO,
और अब CBI !
यही है ना, आपका गुजरात माडल?
इल्ज़ाम कांग्रेस पर लगाते थे,
पर आज सब कह रहे हैं-
मोदी-शाह की जोड़ी,
CBI कहीं की नहीं छोड़ी ! 6/n pic.twitter.com/vQ1Sf0r7ts
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीवीसी के पास हटाने, नियुक्ति या पुन: नियुक्ति में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है और यह एक पर्यवेक्षी निकाय है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और भाजपा के वरिष्ठ नेता राफेल मुद्दे को लेकर भयभीत हैं और उन्होंने केन्द्र तथा सीबीआई में ‘गुजरात मॉडल’ को लागू किया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इन आरोपों को ‘‘बकवास’’ बताया
बहरहाल, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इन आरोपों को ‘‘बकवास’’ करार दिया कि वर्मा को इसलिए हटाया गया क्योंकि वह राफेल करार की जांच करना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को हटाने का फैसला केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की सिफारिशों पर आधारित है।
पूर्व कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने कहा- सीबीआई निदेशक को हटाया जाना अवैध
सिंघवी ने दावा किया कि सरकार ने इस प्रमुख एजेंसी पर नियंत्रण करने के लिए वर्मा को हटाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने वर्मा को हटाने के अपने कदम के साथ सीबीआई अधिनियम का उल्लंघन भी किया है।
पूर्व कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने कहा कि सीबीआई निदेशक को हटाया जाना ‘‘अवैध, अनैतिक और असंवैधानिक’’ है।
As law enforcement agencies narrow down on the #RafaleScam, Modi govt's action to remove CBI chief Alok Verma overnight is a strong message to everyone. The message that anyone questioning the scam will be removed. Our democracy is in danger! pic.twitter.com/USlEdiPqNu
— Congress (@INCIndia) October 24, 2018
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘‘सरकार ने सीबीआई निदेशक को पद से क्यों हटा दिया और उनके दफ्तर को सील क्यों कर दिया? वे किसे बचा रहे हैं और किसे छुपा रहे हैं?’’
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने की आलोचना
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि लोकपाल कानून और जैन हवाला कांड में उच्चतम न्यायालय के फैसले के मुताबिक, सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल निर्धारित है।
तिवारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री, प्रधान न्यायाधीश और नेता प्रतिपक्ष या सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता की सदस्यता वाली समिति की बैठक के बगैर सरकार सीबीआई निदेशक के कार्यकाल में कटौती नहीं कर सकती और न ही कोई अंतरिम उपाय कर सकती है।’’
सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल घोटाले की जांच से डर कर मोदी भारत की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी की हत्या कर रहे हैं।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अधिकारियों को हटाया जा रहा है। फासीवाद कायम हो रहा है। इससे डूबती ‘सल्तनत’ नहीं बचा सकते। मोदी जी, राफेल की जांच से आप इतना डर क्यों गए हैं?’’ कांग्रेस नेता ने सीबीआई के डीएसपी अजय बस्सी का तबादला पोर्ट ब्लेयर किए जाने को ‘‘निरंकुश मोदी जी द्वारा दी गई काला पानी की सजा’’ करार दिया।