15 राज्यों में 100 स्थानों पर छापे, सीबीआई ने सरकारी विभागों पर शिकंजा कसा, यूपी, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कार्रवाई
By भाषा | Updated: March 19, 2021 16:53 IST2021-03-19T16:47:14+5:302021-03-19T16:53:30+5:30
तमिलनाडु में कई प्रतिष्ठानों में छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने ‘बिना लेखा-जोखा’ वाली 16 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की।

सरकारी कार्यालयों का पता लगाने की कोशिश की जहां भ्रष्टाचार होने की आशंका है। (file photo)
नई दिल्लीः सीबीआई ने शुक्रवार को 15 राज्यों में कम से कम 100 स्थानों पर छापे मार कर ऐसे सरकारी कार्यालयों का पता लगाने की कोशिश की जहां भ्रष्टाचार होने की आशंका है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली तथा अन्य राज्यों में रेलवे और आयकर विभाग के तथा अन्य कार्यालयों पर छापे की कार्रवाई अभी चल रही है। अधिकारियों के अनुसार एजेंसी ने छापे के लिए विभिन्न विभागों के सतर्कता दलों के साथ समन्वय किया है।
तमिलनाडु में छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने 16 करोड़ रुपये की राशि जब्त की
तमिलनाडु में कई प्रतिष्ठानों में छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने ‘बिना लेखा-जोखा’ वाली 16 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की। इसके अलावा करीब 80 करोड़ रुपये की काली कमाई का भी पता लगाया। सीबीडीटी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि यह कदम तमिलनाडु और पुडुचेरी में सुगमतापूर्वक चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए विभाग द्वारा चुनावी निगरानी का हिस्सा है। यह तलाशी 16 और 17 मार्च को चेन्नई, तिरुपुर, धारापुरम में ली गई। बोर्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘ ये पांच परिसर पांच प्रतिष्ठानों से जुड़े हैं, जो अपने नियमित व्यवसाय के अलावा ‘कैश हैंडलर’ के रूप में काम करते थे।
इस कदम से 5.32 करोड़ रुपये की राशि जब्त हुई।'' वहीं एक अन्य मामले में पीपीई किट, थैले, शिशु के देखभाल से संबंधित किट को विभिन्न राज्य सरकारों को आपूर्ति करने वाले एक समूह के खिलाफ भी तलाशी ली गई। बयान में यह आरोप लगाया कि यह समूह अपनी कमाई ‘कमतर’ करके बता रहे थे। इस तलाश अभियान के दौरान 11.50 करोड़ रुपये जब्त हुए और कुल बिना लेखाजोखा की पता लगाई गई राशि 80 करोड़ रुपये है। तमिलनाडु में 234 सीटों के लिए एक चरण में छह अप्रैल को चुनाव होना है।
आयकर विभाग ने हरियाणा कांग्रेस विधायक से संबंधित परिसरों पर छापेमारी के बाद कर चोरी का दावा किया
आयकर विभाग ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उसने हरियाणा कांग्रेस के विधायक धर्म सिंह छोकर और अन्य लोगों से जुड़े व्यावसायिक परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई के बाद करोड़ों रुपये की कर चोरी का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि जिस समूह के यहां तलाशी अभियान चलाया गया है, वह रियल एस्टेट के कारोबार, आवास, आतिथ्य और शराब कारोबार में शामिल हैं।
सीबीडीटी ने यहां जारी एक बयान में समूह की पहचान नहीं की, लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये व्यवसाय राज्य में समालखा विधानसभा सीट से छोकर से जुड़े थे। आयकर विभाग के अधिकारियों ने समालखा, गुड़गांव, रोहतक और पंचकूला में 12 से अधिक परिसरों में छापेमारी की और यह कार्रवाई आकलन नोटिसों का अनुपालन नहीं करने के कारण की गई।
जांच में पाया गया कि जिन व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए थे, वे समूह द्वारा चलाए जा रहे शराब के कारोबार में लिप्त थे। सीबीडीटी ने कहा, ‘‘यह पाया गया कि ऐसे व्यक्ति जिनके पास शराब के लाइसेंस जारी किए गए थे, वे मुख्य समूह के सदस्य थे।’’
सीबीडीटी ने कहा कि प्रीमियम नकद में प्राप्त हुए हैं और खातों में दर्ज नहीं हैं। इस किफायती आवास योजना में प्रीमियम को अन्य खरीदारों से भी वसूला गया है। उसने दावा किया, ‘‘इस प्रकार, इस योजना का न केवल दुरुपयोग हुआ है, बल्कि कर चोरी भी हुई है, जिसका अनुमान 36 करोड़ रुपये से कम नहीं है।’’