हाईकोर्ट के जज के आवास पर सीबीआई रेड, चिकित्सकीय महाविद्यालय घोटाले के संबंध में लखनऊ में कई स्थानों पर छापे
By भाषा | Published: December 6, 2019 03:38 PM2019-12-06T15:38:35+5:302019-12-06T18:12:52+5:30
उन्होंने बताया कि आठ स्थानों पर छापेमारी कर रही सीबीआई की टीम उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास पर भी की गई। जांच एजेंसी को इस साल के शुरू में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को एक पत्र लिखने के बाद मामला दर्ज करने की अनुमति मिली।
सीबीआई ने एक चिकित्सकीय महाविद्यालय घोटाले के संबंध में लखनऊ में कई स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर एजेंसी द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद तड़के छापेमारी की कार्रवाई आरंभ हुई।
उन्होंने बताया कि आठ स्थानों पर छापेमारी कर रही सीबीआई की टीम उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास पर भी की गई। जांच एजेंसी को इस साल के शुरू में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को एक पत्र लिखने के बाद मामला दर्ज करने की अनुमति मिली।
CBI sources: Case registered by CBI on 4 Dec against Justice SN Shukla,Lucknow bench of Allahabad High Court, IM Quddusi, Retd justice HC Chhattisgarh,Bhavana Pandey,a pvt person, Bhagwan Prasad Yadav&Palash Yadav of Prasad Education Trust, Sudheer Giri in medical admission scam.
— ANI (@ANI) December 6, 2019
इस पत्र में एजेंसी ने कहा था कि उसने तत्कालीन पूर्व प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जिनके संज्ञान में न्यायाधीश द्वारा कदाचार का मामला लाया गया था, के निर्देश पर न्यायाधीश और अन्य के खिलाफ प्रारंभिक जांच की थी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक निजी मेडिकल कॉलेज में छात्रों को दाखिले में कथित अनियमितताओं के संबंध में दिल्ली और लखनऊ में कई स्थानों पर छापे मारे। इस संबंध में एजेंसी की ओर से शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया कि एजेंसी ने निजी चिकित्सा संस्थान में दाखिले में अनियमितताओं के संबंध में रिश्वत सहित अन्य आरोपों में भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की संबंधित धाराओं के तहत सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘आज लखनऊ और दिल्ली में आरोपियों के आवास परिसरों पर छापेमारी की जा रही है जिसमें अब तक निवेश और वित्तीय लेन-देन आदि सहित कई दस्तावेज बरामद हुए हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर एजेंसी द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद आज सुबह छापेमारी की कार्रवाई आरंभ हुई। उन्होंने बताया कि आठ स्थानों पर छापेमारी कर रही सीबीआई की टीम उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास पर भी गई।
जांच एजेंसी को इस साल के शुरू में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र लिखने के बाद मामला दर्ज करने की अनुमति मिली। इस पत्र में एजेंसी ने कहा था कि उसने तत्कालीन पूर्व प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जिनके संज्ञान में संबंधित न्यायाधीश के कदाचार का मामला लाया गया था, के निर्देश पर न्यायाधीश और अन्य के खिलाफ प्रारंभिक जांच दर्ज की थी।