उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत और अन्य के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज किया है। यह मामला 2016 में सामने आए स्टिंग विडियो के आधार पर दर्ज किया गया है जिसमें हरीश रावत सत्ता में बने रहने के लिए अपने खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए कथित रूप से हॉर्स ट्रेडिंग करते पाए गए थे।
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली और कांग्रेस पार्टी के नेता डीके शिवकुमार को बुधवार को जमानत मिल गई। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी के लिए मुश्किलें खत्म होने के नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार शाम तक हरीश रावत के खिलाफ एफआईआर की खबर सामने आ गई।
वर्ष 2016 में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन के दौरान एक विडियो सामने आया था जिसमें रावत सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी के साथ चले गए असंतुष्ट विधायकों को समर्थन दोबारा हासिल करने के लिए कथित तौर पर हॉर्स ट्रेडिंग करते दिखाई दे रहे हैं। इस मामले में सीबीआई ने पहले ही कोर्ट के सामने स्पष्ट कर दिया था कि हरीश रावत के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।