CAA Protest: यूपी के रामपुर में मोबाइल इंटरनेट बंद, प्रदर्शनकारियों और पुलिस की बीच हुई झड़प
By स्वाति सिंह | Published: December 21, 2019 12:43 PM2019-12-21T12:43:35+5:302019-12-21T12:53:02+5:30
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले कई दिनों से जारी प्रदर्शनों के मद्देनजर जारी रेड अलर्ट के बीच जुमे की नमाज के बाद हालात शांतिपूर्ण रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि जिले की विभिन्न मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच शनिवार को झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा निलंबित की गई थी। इसके गुस्से में लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूटा। बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जारी प्रदर्शनों के दौरान छह लोगों के मारे जाने की खबर है। हालांकि, प्रदेश पुलिस प्रमुख ने पांच लोगों के मरने की पुष्टि की है । उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि प्रदेश के बिजनौर में दो लोग मारे गए हैं जबकि मेरठ, फिरोजाबाद और संभल में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। लेकिन अधिकारियों ने कानपुर में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की भी सूचना दी है ।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इन लोगों की मौत के कारण का पता चल पाएगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यव्यापी प्रदर्शन के दौरान विभिन्न स्थानों पर पुलिस पर गोलीबारी किये जाने की खबरें थी । उन्होंने बताया कि पुलिस ने रबर बुलेट एवं आंसू गैस के गोले छोड़े । सिंह ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 50 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं ।
बुलंदशहर के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि यह आदेश सोशल मीडिया पर अफवाह और गलत जानकारी फैलने से रोकने के लिए दिया गया है। आदेश में उन्होंने कहा, “कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द को बरकरार रखने के लिए पूरे बुलंदशहर में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को 20 दिसंबर को अपराह्न तीन बजे से बंद किया जा रहा है।
इंटरनेट संबंधित लूप लाइन और लीज लाइन सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।” पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बुलंदशहर में शुक्रवार दोपहर को पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी गई। इस घटना में कोई पुलिसकर्मी अथवा नागरिक हताहत नहीं हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, “ पुलिस का वाहन खड़ा किया गया था जिसमें कोई नहीं बैठा था। वाहन को प्रदर्शनकारियों द्वारा आग के हवाले कर दिया गया। कोई पुलिसकर्मी या नागरिक घायल नहीं हुआ। हम हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
अलीगढ़ में रेड अलर्ट
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले कई दिनों से जारी प्रदर्शनों के मद्देनजर जारी रेड अलर्ट के बीच जुमे की नमाज के बाद हालात शांतिपूर्ण रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि जिले की विभिन्न मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई।
आज जिले की तमाम मस्जिदों से अपील की गयी कि लोग शांति बनाये रखें और अफवाहों के जाल में न फंसें। शहर के मुफ्ती खालिद हमीद ने भी लोगों से शांति की अपील की। कुलहरि ने बताया कि हालांकि शाम को दिल्ली गेट थाना क्षेत्र के शाहजमाल इलाके में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया मगर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया। उन्होंने बताया कि नये नागरिकता कानून को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को आश्वस्त किया गया कि मुसलमानों को राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) से सम्बन्धित सभी दस्तावेज हासिल करने में मदद के लिये 'विशेष इंतजाम' किये जाएंगे।
कुलहरि ने कहा कि पुलिस ने नये नागरिकता कानून को लेकर फैली गलतफहमियां दूर करने के लिये पुलिस ने जिले में पर्चे भी बांटे। इसके पूर्व, जुमे की नमाज के मद्देनजर जिले में घोषित रेड अलर्ट घोषित कर दिया था। जिले में एहतियात के तौर पर 10 कंपनी पीएसी, चार कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और 83 मजिस्ट्रेट तैनात किये गये। जिले में इंटरनेट पर लगी रोक आज पांचवें दिन भी जारी है। इससे कारोबार और बैंकिंग सेवाएं में खासी प्रभावित हुई हैं। मालूम हो कि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत रविवार को भड़की हिंसा के बाद शहर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिले में उसके बाद भी कई स्थानों पर छुटपुट प्रदर्शन किए गए।