आगरा: उत्तर-पूर्वी राज्य त्रिपुरा के 48 पर्यटक जो एक महीने से उत्तर प्रदेश के आगरा में फंसे हुए थे, गुरुवार से घर वापस भेजने की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि यह यात्रा बेहद कठिन होने वाली है। बताया जा रहा है कि लगभग तीन दिन तक बिना रुके बस चलेगी। मालूम हो कि आगरा से त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के बीच की 2,224 किलोमीटर की दूरी है। वहीं, वहां पहुंचने के लिए बस को यूपी, बिहार, बंगाल, असम और मेघालय से होकर गुजरना होगा।
बता दें कि पर्यटकों का एक समूह 22 मार्च को आगरा पहुंचा था। दरअसल, यह लोग शहर में कुछ दिन बिताने के लिए आए थे और अगरतला वापस जाने से पहले ताजमहल और अन्य प्रसिद्ध स्मारक घुमने गए। आगरा आने से पहले इस समूह ने आगरा से लगभग 50 किलोमीटर दूर पवित्र शहर मथुरा में कुछ समय बिताया था।
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से एक पर्यटक देबनाथ ने कहा, 'मैं घर जाने को लेकर बेहद खुश हूं। लेकिन हमें यहां कोई समस्या नहीं थी। स्थानीय प्रशासन ने हमारी अच्छे से देखभाल की। वहीं, पुलिस ने भोजन की व्यवस्था भी की। मुझे कभी नहीं लगा कि मैं घर पर नहीं हूं।''
वहीं, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव ने कहा है कि राज्य सरकार लॉकडाउन (बंद) को निकट भविष्य में खत्म करने पर विचार नहीं कर रही है लेकिन चरणबद्ध तरीके से कुछ पाबंदियों में ढील दिए जाने के विकल्पों पर गौर करेगी । उन्होंने कहा कि तीन मई के बाद तुरंत अंतरराज्यीय बस, ट्रेन या विमान सेवा शुरू करना मुमकिन नहीं है ।
राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक के बाद देव ने बुधवार शाम कहा, ‘‘हमें लॉकडाउन खत्म करने का कोई तरीका नहीं मिला क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए यही एकमात्र उपाय है। ऐसा लगता है कि हमें लॉकडाउन जारी रखना होगा और हम चरणबद्ध तरीके से कुछ पाबंदियों को वापस लेंगे।’’ सत्तारूढ़ भाजपा, इंडिजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी), माकपा, कांग्रेस और आईएनपीटी ने बैठक में भागीदारी की थी ।
देव ने कहा, ‘‘तीन मई के बाद अंतरराज्यीय बस, ट्रेन या विमान सेवा बहाल करना मुमकिन नहीं है। लोगों को लॉकडाउन स्वीकार करना होगा । राज्य में सभी राजनीतिक दलों को प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति के बारे में अवगत करा दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि ‘किसी भी राजनीतिक दल’ ने लॉकडाउन को तुरंत खत्म करने पर जोर नहीं दिया। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और विपक्ष के नेता माणिक सरकार और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पीयूष कांति बिस्वास समेत अन्य नेता बैठक में मौजूद थे ।