बजट 2020 में भी बहीखाता की परंपरा बरकरार रहेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2020-21 का बजट भी बहीखाते में पेश करेंगी। पहली बार बहीखाते का उपयोग निर्मला सीतारमण ने किया था। मोदी सरकार 2.0 में बजट पेश करने वाली देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण ने बजट 2019-2020 में बहीखाता का प्रयोग किया था।
जानें बीफ्रकेस की जगह बहीखाता कैसे आया
अपना पहला बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि उन्होंने दशकों से चली परंपरा को तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा, मुझसे पहले के वित्त मंत्री ब्रीफकेस में बजट के दस्तावेज लेकर संसद पहुंचते थे लेकिन ब्रीफकेस का भारतीय परंपरा से का कोई गहरा नाता नहीं है। सीतारमण ने कहा, ब्रीफकेस कोई भारतीय परंपरा न होने की वजह से वह लाल कपड़े के बहीखाते में बजट की कॉपियां लेकर संसद पहुंचीं।
इसके अलावा बहीखाता उपयोग करने की वजह पिछले साल मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने भी बताई थी। कृष्णमूर्ति के अनुसार, ये भारतीय परंपरा है और ये पश्चिमी विचारों की गुलामी से निकलने का प्रतीक है। ये बजट नहीं, बहीखाता है।