जयपुर, 13 फरवरी। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को अपनी सरकार का अंतिम बजट पेश किया, जिसके बाद शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि यह राजस्थान का ऐसा बजट है जिसमें सभी वर्गों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए चहुमुखी विकास पर ध्यान दिया गया। बजट में किसानों के लिए 50 हजार तक कर्जमाफी की घोषणा, युवाओं को रोजगार प्रदान किए जाने की घोषणाओं को ऐतिहासिक है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र के अन्तर्गत 77 हजार 100 रिक्त पदों पर भर्ती की मुख्यमंत्री की बजट घोषणा युवाओं के लिए सौगात है। इससे शिक्षा विभाग में शिक्षकों और अन्य कार्मिकों के की कमी की पूर्ति ही नहीं होगी बल्कि युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार भी मिल सकेगा।
इसके अलावा उन्होंने बजट मे विभिन्न श्रेणी के एक हजार 832 विद्यालयों को क्रमोन्नत किए जाने की घोषणा को भी बेहद महत्वपूर्ण बताया। इसका विद्यार्थियों को वृहद स्तर पर लाभ मिलेगा। राजस्थान देश के अग्रणी शिक्षा राज्यों में उभरकर सामने आएगा।
मंत्री देवनानी ने कहा कि यह ऐसा बजट है जिसमें विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शैक्षिक उन्नयन के साथ ही विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि बजट के अन्तर्गत मिड-डे-मील योजना में पहली बार राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को सप्ताह में तीन बार दूध पोषाहार उपलब्ध करवाये जाने की पहल की गयी है।
उन्होंने 250 करोड़ की इस योजना को देशभर में अनूठी बताते हुए कहा कि विद्यालय अध्ययनरत बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की दृष्टि से यह अत्यधिक महत्वपूर्ण और अनुकरणीय पहल है।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के विकास को भी बजट में विशेष प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने बजट में एक हजार 163 आदर्श विद्यालयों में 3 हजार 379 कक्षा कक्ष एवं शौचालय निर्माण के लिए 360 करोड़ की राशि उपलब्ध कराने की बजट घोषणा को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि इससे राज्य के विद्यालयों का आधारभूत सुदृढ़ीकरण होगा। बजट में 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली 200 छात्राओं को और 12 वीं की विज्ञान, कला, वाणिज्य परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वली प्रत्येक संवर्ग की 200-200 कुल 600 बालिकाओं को स्कूटी प्रदान करने की घोषणा की।