बडगाम: सुरक्षाबालों को जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय सेना की 53-आरआर और बडगाम पुलिस की संयुक्त छापेमारी के दौरान बीरवा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने वाले वसीम गनी को गिरफ्तार किया गया है। गनी के अलावा सुरक्षाबलों ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो इस संगठन को सहायता पहुंचाने का काम करते थे।
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने बताया कि ये लोग आतंकवादियों को आश्रय और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय पुलिस और भारतीय सेना ने इस कार्रवाई में इलाके की घेराबंदी कर कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो इलाके में दहशत फैलाने के लिए मदद देते थे।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ही एक अन्य सहयोगी जहूर वानी को गिरफ्तार किया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि बडगाम के खान साहिब में आतंकियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ भी हुआ था। इसके साथ ही पुलिस ने जहूर वानी के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ये भी बताया था कि खान साहिब से चार अन्य आतंकी साथियों को भी गिरफ्तार किया गया था। इस ऑपरेशन को बडगाम पुलिस, 53 आरआर और सीआरपीएफ की 153वीं बटालियन ने अंजाम दिया था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने को ध्वस्त कर दिया था। वे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को रसद, समर्थन और आश्रय सहित अन्य सहायता देने का काम करते थे। यह समूह पिछले कुछ महीनों से क्षेत्र में सक्रिय था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस आतंकी ठिकाने का पता चला था, वो जहूर वानी के घर से महज 200-300 मीटर की दूरी पर था। जिस जमीन पर आतंकी ठिकाना था, वो भी जहूर वानी की जमीन है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भी आतंकी ठिकानों की जानकारी मिली थी।