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देश के नंबर एक शिक्षण संस्थान में पहला ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू, IIT मद्रास से अब घर बैठे करें बीएससीकोर्स

By एसके गुप्ता | Updated: June 30, 2020 17:28 IST

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नए कोर्स की शुरूआत करते हुए कहा कि ये कोर्स ऑनलाइन है इसलिए दाखिला लेने वाले छात्रों के काम पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा बल्कि इस कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों की कौशल दक्षता मे सुधार होगा।

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ठळक मुद्देदेश का पहला ऑनलाइन बीएससी कोर्स लॉन्च किया गया है। भारत और दुनिया भर के उद्योगों में प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस की मांग बढ़ती जा रही है।

नई दिल्ली: देश के नंबर एक उच्च शिक्षण संस्थान आईआईटी मद्रास में मंगलवार को प्रोग्रामिंग एंड डाटा साइंस में देश का पहला ऑनलाइन बीएससी कोर्स लॉन्च किया गया है। इसमें बारहवीं पास छात्र, जिन्होंने दसवीं कक्षा में अंग्रेजी एवं गणित की पढाई भी की हो और कोई भी अन्य छात्र जो किसी और स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में नामांकित है वो दाखिला ले सकता है। इस पाठ्यक्रम में वो छात्र भी प्रवेश ले सकते हैं जिन्होनें 2020 में बारहवीं की परीक्षा दी है। आईआईटी मद्रास काम करने वाले पेशेवरों को भी इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने का मौका दे रहा है जिससे पेशेवर लोग अपना कौशल बढ़ा सकें। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नए कोर्स की शुरूआत करते हुए कहा कि ये कोर्स ऑनलाइन है इसलिए दाखिला लेने वाले छात्रों के काम पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा बल्कि इस कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों की कौशल दक्षता मे सुधार होगा।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि"हाल में ही जारी हुई एनआईआरएफ रैंकिंग में आईआईटी मद्रास को देश का नंबर एक तकनीकी संस्थान होने का गौरव प्राप्त हुआ है। आमतौर पर सीटों की सीमित उपलब्धता के कारण आईआईटी में पढ़ाई के लिए दाखिला पाना बड़ी चुनौती होती है। आईआईटी मद्रास के इस बेहद महत्वपूर्ण कदम से छात्रों को आईआईटी की डिग्री पाने के साथ साथ अपनी योग्यता बढ़ाने का भी मौका मिलेगा। इस पाठ्यक्रम के द्वारा आईआईटी मद्रास ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में छात्रों को गुणवत्ता परक तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करवाएगा।

कार्यक्रम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि भारत और दुनिया भर के उद्योगों में प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस की मांग बढ़ती जा रही है। भविष्य में होने वाले औद्योगिक विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान होगा। इसलिए बड़ी संख्या में नई पीढ़ी के पेशेवरों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए आईआईटी मद्रास की यह पहल बेहद स्वागत योग्य है।

बीएससी  ऑनलाइन कोर्स को तीन अलग-अलग चरणों में पढ़ाया जाएगा - फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम। छात्र किसी भी चरण में कोर्स छोड़ सकते हैं और जिस चरण को छात्र पूरा करेंगे उनको उसके हिसाब से सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री दी जाएगी।  पात्रता के आधार पर, इच्छुक उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए एक फॉर्म भरना होगा और 3,000 रुपये के शुल्क का भुगतान करना  होगा। छात्रों को 4 सप्ताह के 4 विषयों (गणित, अंग्रेजी, सांख्यिकी और कम्प्यूटेशनल थिंकिंग) के पाठ्यक्रम मिलेंगे। छात्र ऑनलाइन माध्यम द्वारा पाठ्यक्रम प्राप्त करेंगे, असाइनमेंट जमा करेंगे और चौथे सप्ताह के अंत में एक परीक्षा लिखेंगे। आईआईटी की पारंपरिक प्रवेश प्रक्रियाओं के विपरीत, वो सभी छात्र जो 50 फीसदी अंक प्रवेश  परीक्षा में हासिल करेंगे उन्हें दाखिला मिल सकेगा।

टॅग्स :रमेश पोखरियाल निशंक
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