Coronavirus: लॉकडाउन के बीच येदियुरप्पा ने देवगौड़ा परिवार का किया बचाव, कहा- शादी सादे तरीके से हुई, वे बधाई के हकदार हैं
By भाषा | Updated: April 19, 2020 14:02 IST2020-04-19T14:02:09+5:302020-04-19T14:02:09+5:30
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर देवगौड़ा परिवार का बचाव किया।

येदियुरप्पा ने शादी के आयोजन के लिए देवगौड़ा परिवार का किया बचाव! (फाइल फोटो)
बेंगलुरु: लॉकडाउन की बंदिशों का उल्लंघन कर विवाह के आयोजन को लेकर देवगौड़ा परिवार का एक तरह से बचाव करते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा कि सादे तरीके से कार्यक्रम हुआ और इसकी सीमा का भी ध्यान रखा गया जिसके लिए 'वे बधाई के हकदार हैं।' उन्होंने कहा, 'सभी आवाश्यक अनुमति दी गयी और सादे तरीके से शादी हुई । इस पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है।'
कोरोना वायरस को लेकर संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस बारे में सवाल पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने दायरे में रहकर इसका आयोजन किया जिसके लिए 'मैं उन्हें बधाई देता हूं।' पूर्व प्रधानमंत्री और जद(एस) सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा (HD Deve Gowda) के पोते निखिल कुमारस्वामी की शादी के दौरान शुक्रवार को एक फार्महाउस पर बहुत सारे लोग जमा हुए थे। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के मद्देनजर इस दौरान एक जगह इकट्ठा नहीं होने की अपीलों को भी नजरअंदाज किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के बेटे निखिल ने कर्नाटक के पूर्व आवास मंत्री एम कृष्णप्पा की पोती से शादी की। पड़ोस के रामनगर जिले के बिडाडी में कुमारस्वामी के केठागनाहल्ली फार्महाउस पर यह शादी हुई। शादी के आयोजन के बाद कुमारस्वामी ने टि्वटर पर अपनी पार्टी के विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा कि आयोजन के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किया गया और सारे एहतियाती उपाए किए गए।
भाजपा ने नियमों के उल्लंघन के लिए देवगौड़ा परिवार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि ऐसे समय में आयोजन में शामिल होने के लिए 150-200 गाड़ियों को इजाजत दी गयी, जब सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब लोगों की सेवा करना चाह रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी आवाजाही की अनुमति नहीं दी जा रही है। जद (एस) नेता एन एच कोनारेड्डी और विधान पार्षद टी ए श्रवन्ना ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया गया और सामाजिक दूरी के नियमों का भी ध्यान रखा गया।