नई दिल्ली, 17 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों के बीच चला हाई वोल्टेज ड्रामा अभी थमा नहीं है, लेकिन फिर भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा आज सुबह 9 बजे शपथ लेंगे। शपथ लेने का यह समय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तय किया गया है। वहीं, बीजेपी सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मुख्यमंत्री अकेले शपथ ग्रहण करेंगे। 15 दिनों में अगर बहुमत साबित करने में सफल रहते हैं तो पूरी कैबिनेट शपथ ग्रहण करेगी।
एससी ने मांगी विधायकों की लिस्ट
इससे पहले बुधवार की आधी रात को कांग्रेस-जेडी(एस) की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर फिलहाल कोई रोक नहीं लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार दोपहर दो बजे तक विधायकों की लिस्ट मांगी है और शुक्रवार सुबह 10.30 बजे इस मामले पर आगे की सुनवाई की जाएगी।
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दक्षिण भारत में सबसे पहले कर्नाटक में खिला कमल
साल 2013 का कर्नाटक विधान सभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रदेश की राजनीति के इतिहास में अहम मोड़ था। कर्नाटक दक्षिण भारत का पहला राज्य है जहाँ कमल का फूल खिला था। लेकिन 2013 में बीजेपी अजीब धर्मसंकट से घिरी हुई थी। पार्टी का मुकाबला केवल अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) से नहीं था। बीजेपी और राज्य की सत्ता के बीच में वो राजनेता भी खड़ा था जिसे राज्य में पहली बार बीजेपी सरकार बनाने का श्रेय दिया जाता है। बूकानाकेरे सिद्धलिंगप्पा येदियुरप्पा को ज्यादातर हिन्दी भाषी बीएस येदियुरप्पा के नाम से जानते हैं।
- प्रकाश जावेडकर ने कहा कि कर्नाटक में जो भी बीजेपी ने किया है यह नियम ने अनुसार किया है। उन्होंने कहा कांग्रेस के पास जानकारी की कमी है, जिसकी वजह से वह ऐसे मजाकिया दावे कर रही है। उन्हें अपने विधायकों पर भी भरोसा नहीं है तभी उन्हें रिसॉर्ट में कैद किया है। इस बात के खुलासे के बाद जेडीएस और कांग्रेस डर गए हैं।
-कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को78 सीटें मिली हैं, जिसमें से उसके दो विधायक लापता बताए जा रहे हैं। इस बीच एक और विधायक राजशेखर पाटिल ने सेहत का हवाला देकर रिजॉर्ट छोड़ दिया है। बता दे, सभी कांग्रेस विधायकों को एक रिजॉर्ट में रखा गया है।
-कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के सभी 118 विधायक यहां मौजूद हैं।
-बीएस येदियुप्पा पहुंचे राजभवन, थोड़ी देर में लेंगे शपथ।
तीन जजों की बेंच कर रही याचिका पर सुनवाई
यह याचिका कांग्रेस ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला के उस फैसले के खिलाफ दायर की थी, जिसमें बीजेपी विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का आमंत्रण दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की बेंच इस याचिका पर सुनवाई कर रही है। इस बेंच में जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एसए बोबडे शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी और केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पक्ष रखेंगे।
कांग्रेस ने बताया राज्यपाल की भूमिका को शर्मनाक
इधर, कांग्रेस पार्टी ने राज्यपाल की भूमिका को शर्मनाक बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अमित शाह पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि राज्यपाल के 'इस अनैतिक और असंवैधानिक' निर्णय के खिलाफ पार्टी सभी कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल करेगी और जनता की अदालत में भी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने संविधान की बजाय 'भाजपा में अपने मालिकों' की सेवा चुनी और 'भाजपा की कठपुतली' के तौर पर काम किया।
15 मई को आए थे कर्नाटक के नतीजे
गौरतलब है कि 15 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे जिसमें बीजेपी बहुमत से थोड़ा पीछे 104 सीटों पर सिमट गई थी। कांग्रेस को 78 और जेडीएस+ को 38 सीटें मिली थी। बहुमत का जादुई आंकड़ा छूने के लिए 112 सीटों की जरूरत है। कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन करके सरकार बनाने का दावा पेश किया था। लेकिन सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का आमंत्रण भेजा और बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया। इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस आधी रात को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।