मथुरा, 29 जून उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में शहरी क्षेत्र के कृष्णानगर पीपीसी सेण्टर पर कोविड-19 रोधी टीका लगाने के एवज में 200 रुपए की मांग करने के आरोप में एक संविदा कर्मी का अनुबंध रद्द कर दिया गया तथा दूसरे कर्मी को अन्य स्वास्थ्य केंद्र पर भेज दिया गया है।
संविदा कर्मी द्वारा कथित रिश्वत मांगे जाने संबंधी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रचना गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया ‘‘वीडियो क्लिप में शहर के कृष्णानगर इलाके में जैन चौरासी मंदिर के निकट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक संविदा कर्मी रजनीकांत को एक व्यक्ति से कोरोना का टीका लगाने के एवज दो सौ रुपए मांगते देखा गया था।’’
डॉ गुप्ता ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजीव गुप्ता ने मामले की जांच कराई , जिसमें रजनीकांत दोषी पाया गया। उन्होंने बताया कि रजनीकांत का अनुबंध रद्द कर दिया गया तथा दूसरे आरोपी कमलेश को नौहझील स्वास्थ्य केंद्र पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
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