BPSC Exam 2024: प्रश्नपत्र लीक मामले में 3 कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता आई सामने, ईओयू जब्त करेगी संपत्ति
By एस पी सिन्हा | Updated: December 16, 2024 17:04 IST2024-12-16T17:03:54+5:302024-12-16T17:04:02+5:30
सोमवार को आर्थिक अपराध इकाई(ईओयू) ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है। आयोग ने बताया है कि बीपीएससी टीआरई-3 परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता सामने आई है।

BPSC Exam 2024: प्रश्नपत्र लीक मामले में 3 कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता आई सामने, ईओयू जब्त करेगी संपत्ति
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) के द्वारा आयोजित टीआरई परीक्षा मामले में आयोग ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, प्रश्नपत्र लीक मामले में तीन कोचिंग संस्थानों का नाम सामने आया है। वहीं सोमवार को आर्थिक अपराध इकाई(ईओयू) ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है। आयोग ने बताया है कि बीपीएससी टीआरई-3 परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता सामने आई है।
ईओयू ने बताया है कि पेपर लीक मामले में तीन कोचिंग संस्थानों का हाथ था। इन सभी कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ ईओयू कोर्ट जाएगी और संचालकों को गिरफ्तार करेगी। ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया है कि पेपर लीक मामले में तीन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट से वारंट लिया जा रहा है जल्द ही इन संस्थानों के आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। अगले दो हफ्ते में करीब 400 अभ्यर्थियों के खिलाफ चार्टशीट दायर होगा।
दरअसल ईओयू यह तय किया है कि यदि अब किसी भी शख्स का नाम पेपर लीक से जुड़े मामले में सामने आता है तो फिर उसके पूरे संपत्ति की जांच की जाएगी इतना ही नहीं उनके पूर्वजों की भी संपत्ति की जांच की जाएगी ताकि यह मालूम चल सके कि उसके पास जो संसाधन उपलब्ध हुए इसको लेकर उसके पास पूर्व में कितनी संपत्ति थी। इसके बाद उनके ऊपर कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई की जा सकती है। ईओयू के तरफ से कहा गया कि यदि किसी परीक्षा लीक में संगठित गिरोह के शामिल होने के मामले सामने आते हैं तो उन्हें 10 साल की सजा मिलेगी।
इसके अलावा इसमें एक करोड़ से लेकर 10 करोड रुपए तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। इसके अलावा कोई भी संस्थान चाहे परीक्षा आयोजित करवाने वाली हो एजेंसी या फिर परीक्षा केंद्र की संलिप्तता सामने आती है तो उनके भी चल और अचल संपत्ति की पड़ताल करके उनकी कुर्की जब्ती की जा सकती है।