दक्षिण दिल्ली के धरोहर स्थलों के इतिहास पर पुस्तक का लोकार्पण
By भाषा | Updated: August 5, 2021 19:19 IST2021-08-05T19:19:21+5:302021-08-05T19:19:21+5:30

दक्षिण दिल्ली के धरोहर स्थलों के इतिहास पर पुस्तक का लोकार्पण
नयी दिल्ली, पांच अगस्त दिल्ली के 108 धरोहर स्थलों के बारे में जानकारी देने वाली एक ‘ई-पुस्तक’ का बृहस्पतिवार को लोकार्पण किया गया जिसमें तोमर वंश के राज में महरौली में बने प्राचीन जलाशय से लेकर दरियागंज में ब्रिटिशकालीन पुलिस थाने की इमारत तक का इतिहास बताया गया है।
‘ग्लोरियस हेरिटेज’ शीर्षक वाली पुस्तक तीन खंड में प्रकाशित किताब का पहला भाग है जिसका लक्ष्य शहर के ऐतिहासिक स्थलों से युवाओं का परिचय कराना है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उप राज्यपाल अनिल बैजल और दक्षिण दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यन ने इस किताब का लोकार्पण किया।
सूर्यन ने कहा कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले धरोहर स्थलों के संरक्षण के लिए ‘धरोहर संरक्षण प्रकोष्ठ’ बनाया है और ऐसे 475 स्थलों की पहचान की है। उप राज्यपाल ने किताब में दिए अपने संदेश में कहा कि दिल्ली में यूनेस्को धरोहर स्थल हैं जिनमें लाल किला, हुमायूँ का मकबरा और कुतुब मीनार शामिल है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा अंदरूनी गलियों में भी कई ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार और लोगों दोनों की जिम्मेदारी है कि उन इमारतों के बारे में भी जागरूकता फैलाई जाए जिनके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते।
अधिकारियों ने बताया कि इस पुस्तक श्रृंखला के पहले खंड में 108 धरोहर स्थलों के संबंध में सुंदर चित्र और जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक के दो और खंड तैयार किये जा रहे हैं जिसमें उन बाकी धरोहर स्थलों के बारे में जानकारी दी जाएगी जो एसडीएमसी के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।
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