नई दिल्ली, 26 मार्चः विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि इराक में मारे गए 39 भारतीयों के शव एक हफ्ते में भारत लाए जाएंगे। विदेश मंत्री ने मृतकों के परिवारों को यह भरोसा दिलाया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री ने मृतकों के परिवारों के साथ मुलाकात के दौरान यह बात कही। इन परिवारों ने सरकार और विशेष रूप से सुषमा और विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह द्वारा की गई कोशिशों की सराहना की है।
एक सूत्र ने बताया कि मंत्री ने परिजन से कहा कि शवों को एक हफ्ते में भारत लाया जाएगा और समूची प्रक्रिया की निगरानी के लिए सिंह इराक जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि शवों को लाने के लिए एक मालवाहक विमान से जल्द रवाना होने की उम्मीद है।
गोबिन्दर सिंह के छोटे भाई दविंदर सिंह ने फोन पर बताया, 'हमें एक निकट परिजन को सरकारी नौकरी सहित हर तरह की सहायता का भरोसा दिलाया गया है। 39 भारतीयों के शव यथाशीघ्र भारत लाए जाने की मांग पर मंत्री ने हमें हर संभव कदम उठाने का भरोसा दिलाया।'
उन्होंने बताया कि सुषमा के साथ मुलाकात करीब 45 मिनट चली। मृतकों के परिवार ने वित्तीय मदद और सरकारी नौकरी मांगी है क्योंकि उनके लिए आजीविका अर्जित करने वाले की मौत हो गई है।
उन्होंने बताया, 'मंत्री ने हमसे कहा कि निकट परिजन को सरकारी नौकरी देने की संभावना पर एक फैसला करने के लिए वह उन चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलेंगी, जहां के ये लोग रहने वाले थे।'
इराक में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों ने इससे पहले दिन में पंजाब कांग्रेस प्रमुख और पार्टी सांसद सुनील कुमार जाखड़ से नयी दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
गौरतलब है कि सुषमा ने राज्यसभा में कहा था कि करीब 40 भारतीयों को इराक के मोसुल से आईएसआईएस आतंकी संगठन ने अगवा कर लिया था, लेकिन उनमें से एक खुद को बांग्लादेशी मुसलमान बता कर बच निकलने में कामयाब रहा। शेष 39 भारतीयों को बादूश ले जाया गया और उनकी हत्या कर दी गई।