बीके कुठियाला मामले में उलझा ईओडब्ल्यू, पूर्व कुलपति ने मेडिकल सर्टिफिकेट भेज मांगी मोहलत
By बृजेश परमार | Published: June 16, 2019 05:37 AM2019-06-16T05:37:39+5:302019-06-16T05:37:39+5:30
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति कुठियाला को ईओडब्ल्यू में उपस्थित होने के लिए पहले 8 जून फिर, 11 जून और आखिर में 14 जून का समय दिया गया था.
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय घोटाले में ईओडब्ल्यू के निशाने पर चल रहे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला ने एक बार फिर ईओडब्ल्यू उलझन में डाल दिया है. उन्होंने ईओडब्ल्यू से 27 जून तक की मोहलत मांगते हुए मेडिकल सर्टिफिकेट भेजा है, जिसमें स्वयं को तीन दिन के बेड रेस्ट का उल्लेख किया है. ईओडब्ल्यू अब मेडिकल सर्टिफिकेट का मेडिकल बोर्ड या चिकित्सा विशेषज्ञ से परीक्षण कराने की तैयारी में है.
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति कुठियाला को ईओडब्ल्यू में उपस्थित होने के लिए पहले 8 जून फिर, 11 जून और आखिर में 14 जून का समय दिया गया था. इस समयावधि में उपस्थित नहीं होने पर उनकी गिरफ्तारी तय थी, लेकिन शुक्रवार को कुठियाला की तरफ से एक पत्र और उसके साथ मेडिकल सर्टिफिकेट ईओडब्ल्यू मुख्यालय भेजा गया, जिसमें उन्होंने चिकित्सक द्वारा उनका स्वास्थ्य ठीक न होने और तीन दिन के बेड रेस्ट करने की सलाह का सर्टिफिकेट भेजा है. ईओडब्ल्यू अफसरों का मानना है कि जब चिकित्सक ने तीन दिन के आराम की सलाह दी तो उन्होंने 27 जून के बाद का समय क्यों मांगा.
ईओडब्ल्यू अब मेडिकल सर्टिफिकेट का मेडिकल बोर्ड या चिकित्सा विशेषज्ञ से परीक्षण कराने की तैयारी में है. परीक्षण के बाद एक टीम पंचकुला भेजी जाएगी, जहां फिलहाल कुठियाला ने अस्वस्थता के कारण आराम करना बताया है.
उल्लेखनीय है कि ईओडब्ल्यू द्वारा कुठियाला से माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में नियम विरुद्ध नियुक्ति, पदोन्नति, प्रतिनियुक्ति, अध्ययन केन्द्र खोलने, नियम विरुद्ध संस्थानों को अनुदान देने, दौरों पर विवि की खर्च की गई राशि, निजी आवास पर ट्यूबवेल लगाने, लैपटाप, आईफोन बगैर अनुमति के खरीदे जाने, शराब पार्टियों पर खर्च की गई राशि के साथ आर्थिक अनियमितता समेत एक दर्जन बिन्दुओं पर पूछताछ की जाना है.