कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुधवार को उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब निकाली गई 'तिरंगा यात्रा' के दौरान भाजपा के ही कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। सामने आई जानकारी के अनुसार यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के स्वागत के लिए मोतीझील इलाके में जुटे कार्यकर्ताओं में विवाद हो गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। इस मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि तिरंगा यात्रा के दौरान दो समूहों के वाहनों की भिड़ंत के बाद विवाद शुरू हुआ। हालांकि मारपीट शुरू होने के कुछ देर बाद ही कुछ लोगों ने उग्र युवकों को समझा कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। कानपुर की इकाई के प्रमुख सुनील बजाज ने कहा कि यह 'बाइक दुर्घटना को लेकर बच्चों के बीच एक छोटी सी लड़ाई थी।' उन्होंने आगे कहा, ये भाजपा कार्यकर्ता हैं। वे अनुशासन में रहते हैं। यात्रा शांति से पूरी की गई।
इस बीच पूरी घटना पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसा। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'भाजपाइयों से अनुरोध है ‘तिरंगा यात्रा’ को ‘दंगा यात्रा’ न बनाएं।'
बता दें कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर केंद्र सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान की भी शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम राज्य में ‘हर घर तिरंगा‘ अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर घर तिरंगा नारा अब जन आंदोलन बन गया है।
योगी ने रैली को हरी झंडी दिखाते हुए प्रदेशवासियों से ‘हर-घर तिरंगा‘ अभियान में उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा लेने का आह्वान किया।
भाजपा के हर घर तिरंगा अभियान की प्रदेश में शुरुआत के साथ 9 और 10 अगस्त के लिए प्रदेश के सभी 1918 मंडलों (संगठन की प्रखंड स्तर की इकाई) में तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसके साथ ही 11 एवं 12 अगस्त को महापुरुषों की प्रतिमा स्थलों पर स्वच्छता अभियान और 13, 14 एवं 15 अगस्त के हर घर तिरंगा अभियान के लिए भी भाजपा कार्यकर्ता निकलेंगे।