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भाजपा ने उपचुनाव में आसानी से जीत ली जींद विस सीट, सीएम खट्टर ने विरोधियों की बोलती बंद

By बलवंत तक्षक | Updated: February 1, 2019 03:35 IST

लोसपा प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाए भाजपा से बागी सांसद राजकुमार सैनी की नई पार्टी लोसपा को लोगों ने ज्यादा तरजीह नहीं दी.

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भाजपा ने हरियाणा में जींद की सीट बहुत-ही आसानी से जीत ली है. सत्ता के सेमीफाइनल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी बादशाहत साबित कर दी है. इनेलो के विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा के निधन की वजह से उप चुनाव करवाया गया है. डॉ. मिड्ढा के बेटे डॉ. कृष्ण मिड्ढा ने इनेलो छोड़ कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और 12 हजार 935 वोट के अंतर से जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह चौटाला को शिकस्त दी. हरियाणा में विद्यानसभा के आम चुनावों के बाद यह पहला मौका था, जब भाजपा को दूसरी प्रतियों की तुलना में अपनी लोकप्रियता साबित करनी पड़ी.

मुख्यमंत्री खट्टर ने इस जीत को अपनी सरकार की योजनाओं पर जनता की मोहर करार दिया है. जींद में चौकोना मुकाबला था. इस मुकाबले में भाजपा को 50 हजार 566 वोट मिले. जेजेपी के दिग्विजय सिंह को 37 हजार 631, कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला को 22 हजार 740, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (एलएसपी) के पवन आश्री को 13 हजार 582 और इनेलो के उमेद सिंह रेढू को 3 हजार 454 वोट मिले. मैदान में कुल 21 उम्मीदवार थे. हारने वालों में दिग्विजय और सुरजेवाला को छोड़ कर सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. जींद के कुल 1 लाख 70 हजार मतदाताओं में से 28 जनवरी को 1 लाख 30 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. जींद चुनाव में जाट-गैर जाट एक बड़ा मुद्दा था. इस क्षेत्र में जाटों के करीब 52 हजार वोट हैं, जो तीन उम्मीदवारों दिग्विजय, सुरजेवाला और रेढू के बीच बंटे, जबकि गैर जाटों के वोट एकमुश्त भाजपा के डॉ. मिड्ढा के खाते में गए. 

लोसपा प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाए

भाजपा से बागी सांसद राजकुमार सैनी की नई पार्टी लोसपा को लोगों ने ज्यादा तरजीह नहीं दी. उनके उम्मीदवार पवन आश्री जमानत बचाने में भी नाकाम रहे. इनेलो के दो फाड़ होने का खामियाजा विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला को भी भुगतना पड़ा. लगातार दो बार जींद से जीत हासिल करती आ रही इनेलो के उम्मीदवार रेढू को इस बार करीब साढ़े तीन हजार वोट से ही संतोष करना पड़ा.

मतदान केंद्र पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज

जींद विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज हुई मतगणना के दौरान एक मतदान केंद्र के बाहर हंगामा कर रहे विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. मतगणना के सातवें दौर के दौरान लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (एलएसपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के मतदान एजेंटों ने दो ईवीएम में सीरियल नंबरों में मेल नहीं होने का आरोप लगाया.

एसपी अश्विन शेनवी ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और प्रदर्शनकारियों को तितर -बितर करने के लिए पुलिस को ‘‘हल्का लाठीचाजर्’’ करना पड़ा.जींद के उपायुक्तसह निर्वाचन अधिकारी अमित खत्री ने ईवीएम को लेकर लगाए गए आरोपों को खारिज किया है. छठे दौर की समाप्ति पर भाजपा उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा जेजेपी के उम्मीदवार से 10 हजार से अधिक मतों बढ़त बनाए हुए थे. जेजेपी एजेंट ने इस दौर की मतगणना फिर से कराने की मांग की थी.

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