नतीजे घोषित, 542 सीट, पहला और अंतिम सीट पर भाजपा की जीत, 303 सीट जीते, कांग्रेस को 52
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 24, 2019 08:11 PM2019-05-24T20:11:25+5:302019-05-24T20:11:25+5:30
चुनाव परिणाम के आधार पर सत्तारूढ़ भाजपा ने 303 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। उल्लेखनीय है लोकसभा की 543 सीटों में से 542 सीटों पर सात चरण में मतदान हुआ था।
लोकसभा चुनाव में मतदान वाली सभी 542 सीटों के परिणाम घोषित, भाजपा को मिली 303 सीटें
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में 542 सीटों पर हुये मतदान के बाद लगभग दो दिन तक चली मतगणना के शुक्रवार को परिणाम घोषित कर दिये। चुनाव परिणाम के आधार पर सत्तारूढ़ भाजपा ने 303 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। उल्लेखनीय है लोकसभा की 543 सीटों में से 542 सीटों पर सात चरण में मतदान हुआ था।
Official ECI Results (counting completed): BJP wins on 303 seats in #LokSabhaElections2019; Congress wins on 52 seats, out of total 542 Parliamentary constituency seats. #Election2019Resultspic.twitter.com/ov9xyrkyn6
— ANI (@ANI) May 24, 2019
तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर धनबल के भारी पैमाने पर इस्तेमाल की शिकायतों के आधार पर आयोग ने इस सीट पर अनिश्चित काल के लिये मतदान स्थगित कर दिया था। गत 19 मई को आखिरी दौर का मतदान संपन्न होने के बाद 23 मई को मतगणना शुरू हुयी थी।
शुक्रवार शाम को चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से मतदान वाली सभी सीटों पर चुनाव परिणाम घोषित किये जाने की जानकारी दी गयी। सिर्फ एक सीट, पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश पर तकनीकी दिक्कतों के कारण चुनाव परिणाम घोषित नहीं किया जा सका।
इस सीट से केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में थे। उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नबाम तुकी को लगभग पौने दो लाख वोट से हराया है। आयोग द्वारा घोषित चुनाव परिणाम के मुताबिक 303 सीट जीत कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी भाजपा के बाद कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत दर्ज की है।
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हार गए हैं। वह केरल की वायनाड सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे। वहीं द्रमुक को 23 और तृणमूल कांग्रेस तथा वाईएसआर कांग्रेस को 22-22 सीट मिली है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 282 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।
पिछले दोनों चुनाव में दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरी कांग्रेस, लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल का दर्जा प्राप्त करने के लिये जरूरी 54 का आंकड़ा पार करने में नाकाम रही। नियमों के तहत कांग्रेस को 17 वीं लोकसभा में भी मुख्य विपक्षी दल का दर्जा प्राप्त नहीं हो पायेगा।
चुनाव परिणाम के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दल, शिवसेना को 18, जनता दल (यू) को 16 और लोजपा को छह सीटें मिली हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा गठबंधन का चुनाव में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है।
बसपा को महज 10 सीटें मिली हैं जबकि सपा के हिस्से में पांच सीटें आयी हैं। राज्य में भाजपा को 62 और उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) को दो सीटें मिली हैं। इस चुनाव में वाम दलों, भाकपा और माकपा का प्रदर्शन भी बहुत खराब रहा।
दोनों दलों को महज पांच सीटें मिली हैं। वाम दलों की सीटों का यह अब तक का न्यूनतम आंकड़ा है। उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य हिंदी भाषी राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कुल 65 सीटों में से 61 सीटें भाजपा ने जीती हैं। भाजपा की सीटों की संख्या 303 होने के साथ ही उसके सहयोगी दलों के साथ राजग गठबंधन 353 सीटों के पार पहुंच गया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन को 336 सीटें मिली थीं। देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी देश के तीसरे और पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं जो लोकसभा में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनायेंगे।
मोदी वाराणसी में चार लाख 79 हजार 505 मतों से जीते हैं जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में गांधीनगर लोकसभा सीट पर साढ़े पांच लाख वोट से विजयी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में पंजीकृत 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है।