राफेल मुद्दे पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी का आक्रोश बरकरार है। शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बीजेपी प्रदर्शन करेगी और राहुल गांधी की टिप्पणी पर माफी की मांग करेगी। इसी कड़ी में शनिवार को देशभर में बीजेपी कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीनचिट देते हुए कहा कि पुनर्विचार याचिकाएं सुनवाई योग्य नहीं हैं। न्यायालय ने अपने 14 दिसंबर 2018 के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था। राहुल गांधी के 'चौकीदार चोर है' बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई और केस बंद कर दिया। भाजपा ने इसे अपनी जीत बताते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय का फैसला, निर्णय लेने में राजग सरकार की पारदर्शिता पर फैसला है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण कभी नहीं होना चाहिए। रक्षा मंत्रालय ने नयी दिल्ली में एक अलग बयान में कहा कि इस फैसले से सैन्य खरीद प्रक्रिया पर सवाल उठाने की उस कवायद का अंत हो गया है जो सशस्त्र बलों का मनोबल प्रभावित करने वाला था।
राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल विमानों को पूरी तरह पारदर्शी तरीके से खरीदा गया और इसमें भारत की रक्षा संबंधी तैयारियों को उन्नत करने की तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रखा गया। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘कुछ राजनीतिक दलों और उनके नेताओं द्वारा राफेल विमान खरीद सौदे में लगाये गये आरोप अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, अवांछित और दुर्भावना से भरे थे। शीर्ष अदालत के फैसले ने अंतत: ऐसे नेताओं को उल्टे सीधे आरोप लगाते समय सावधानी बरतने के लिए चेताया है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की साफ-सुथरी और ईमानदार छवि को खराब करने की कोशिश है। भारत की जनता कांग्रेस के निंदा अभियान तथा आक्षेपों के लिए उन्हें माफ नहीं करेगी। कांग्रेस को लोगों को गुमराह करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।’’