मुख्य सचिव से हाथापाई मामले में भाजपा ने साधा केजरीवाल पर निशाना
By भाषा | Updated: August 12, 2021 19:08 IST2021-08-12T19:08:24+5:302021-08-12T19:08:24+5:30

मुख्य सचिव से हाथापाई मामले में भाजपा ने साधा केजरीवाल पर निशाना
नयी दिल्ली, 12 अगस्त भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली की एक अदालत द्वारा 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव से हाथापाई करने के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल के खिलाफ आरोप तय किए जाने का आदेश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे की पोल खोलता है जिसमें उन्होंने कहा था कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं।
भाजपा ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि आरोप तय होने के बावजूद वह दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने आरोपों से मुक्त किए जाने के अदालत के फैसले को ‘‘सत्य की जीत’’ बताने पर केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को आड़े हाथों लिया और कहा कि तत्कालीन मुख्य सचिव का आरोप है कि उनके साथ हाथापाई मुख्यमंत्री आवास पर उनकी मौजूदगी में हुई।
इल्मी ने कहा, ‘‘आप कहते रहे कि ऐसा कुछ नहीं हुआ लेकिन जो आरोप तय हुए हैं, उसका मतलब है कि अवरिंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार हुआ। ये बताता है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया इस मामले में झूठ बोलते रहे हैं।’’
केजरीवाल पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल को ‘‘माई एक्सपेरिमेंट विथ झूठ’’ (झूठ के साथ मेरे प्रयोग) नाम से एक पुस्तक लिखनी चाहिए।
ज्ञात हो कि इल्मी ‘‘आप’’ की संस्थापक सदस्य थी लेकिन बाद में मतभेदों के चलते उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा का दामन लिया था।
इल्मी ने कहा कि केजरीवाल के तत्कालीन सलाहकार ने भी अदालत से कहा है कि उन्होंने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हाथापाई होते देखी है।
खान और जरवाल के खिलाफ आरोप तय होने के बावजूद ‘‘आप’’ उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या केजरीवाल और सिसौदिया को इस बात का डर सता रहा कि यदि दोनों विधायकों के खिलाफ वह कार्रवाई करते हैं तो वह उनकी पोल खोल देंगे।’’
वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव से हाथापाई करने के मामले में अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सचिन गुप्ता ने बुधवार को अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है और कहा कि उनके खिलाफ पहली नजर में मामला बनता है।
अदालत ने मुख्यमंत्री केजरीवाल और सत्तारूढ़ पार्टी के 10 अन्य विधायकों को आरोप मुक्त कर दिया।
केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे ‘न्याय की जीत’ बताया था।
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