दिलीप घोष की बयानबाजी पर भाजपा आलाकमान ने दिए लगाम लगाने के निर्देश, अरुण सिंह ने लिखा पत्र
By मनाली रस्तोगी | Published: May 31, 2022 05:04 PM2022-05-31T17:04:19+5:302022-05-31T17:05:55+5:30
बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को अरुण सिंह ने पत्र लिखकर "मीडिया के सामने संयम बरतने" को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि उन्हें पहले भी काफी बार चेतावनी दी गई है, लेकिन उसका कोई लाभ नहीं हुआ।
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने पार्टी नेता दिलीप घोष को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए सिंह ने घोष को मीडिया या किसी सार्वजनिक मंच पर जाने से परहेज करने के लिए कहा। समाचार एजेंसी एएनआई ने अरुण सिंह द्वारा लिखे गए पत्र की कॉपी ट्वीट की है, जिसमें सिंह ने घोष को अपने स्वयं के सहयोगियों के बारे में पश्चिम बंगाल राज्य या कहीं और मीडिया या किसी सार्वजनिक मंच पर जाने से परहेज करने के लिए लिखा है।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद से अंतरकलह की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को अरुण सिंह ने पत्र लिखकर "मीडिया के सामने संयम बरतने" को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि उन्हें पहले भी काफी बार चेतावनी दी गई है, लेकिन उसका कोई लाभ नहीं हुआ। पत्र में आगे कहा गया कि टीम की छवि को उनकी टिप्पणियों ने खराब किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने दिलीप घोष को लिखा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी के अध्यक्ष, एक विधायक के बाद सांसद और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्यकर्ता आपकी सलाह और समर्थन की आशा करते हैं। पार्टी के प्रति आपकी प्रतिबद्धता पूर्ण है। मगर कुछ घटनाएं ऐसी हैं, जब राज्य के पार्टी कार्यकर्ता आपके बयान से नाराज हुए हैं और केंद्र को भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। इस बारे में आपको पार्टी नेतृत्व की ओर से पहले भी आगाह किया जा चुका है, ताकि आप अपने बयान पर ध्यान दे सकें।
BJP National General Secretary Arun Singh writes to party leader Dilip Ghosh to "refrain from going to media or any public fora, about your own colleagues either in state of West Bengal or anywhere else." pic.twitter.com/KPn36Pz9Jl
— ANI (@ANI) May 31, 2022
पत्र में अरुण सिंह ने आगे लिखा कि हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व अन्य फोरम को दिए गए इंटरव्यू में आपने खुले तौर पर राज्य के नेताओं की आलोचना की। ऐसे बयान सिर्फ पार्टी को आहत करते हैं और इससे आपके पुराने कामों पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा उपाध्यक्ष की ओर से आ रहे ऐसे बयान पार्टी में असंतोष पैदा करते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी चिंता से आपको आगाह करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने आशा जताई है कि आप भविष्य में मीडिया में ऐसी बयानबाजी से दूर रहेंगे।