आजम खान की अभद्र टिप्पणी पर बोलीं सांसद रमा देवी, अब माफ नहीं करूंगी, माफी उनके लिए काफी नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 27, 2019 05:56 AM2019-07-27T05:56:05+5:302019-07-27T05:56:05+5:30
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद फैसला लिया है कि आजम खान को रमा देवी से सदन में माफी मांगनी होगी।
लोकसभा स्पीकर की चेयर संभाल रहीं महिला सांसद रमा देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भी आजम खान पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो सख्त कार्रावाई की जायेगी। इसी बीच टीवी चैनल से बात करते हुये बीजेपी सांसद रमा देवी ने समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को माफ करने से इनकार कर दिया है। रमा देवी ने कहा है कि माफी उनके लिए पर्याप्त नहीं है।
सांसद रमा देवी ने कहा, "माफी मांगने का समय बीत चुका है। लोकसभा में आजम खान को मुझसे माफी मांगने के लिए कई सांसदों ने कहा था, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी। इसके बजाय, उन्होंने सदन से बाहर जाने का फैसला किया। यह दर्शाता है कि उन्हें खेद नहीं है और उनके दिल में काफ गन्दगी और अहंकार के है। यदि वह सच में माफी मांगना चाहते तो वह माफी उसी दिन लोकसभा में मांगते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसलिए अब माफ करने का वक्त नहीं रहा।'' रमा देवी ने कहा कि वह आजम खान की माफी को स्वीकार नहीं करेंगी अगर वो मांगे भी तो।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद फैसला लिया है कि आजम खान को रमा देवी से सदन में माफी मांगनी होगी। बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष आजम खान से माफी मांगने को कहेंगे और यदि वे माफी नहीं मांगते है तो अध्यक्ष को आजम खान के खिलाफ फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है।
जानें क्या है पूरा मामला
तीन तलाक बिल पर लोकसभा में बोलते हुये आजम खान ने कहा, मुख्तार अब्बास नकवी कहां हैं, इस पर स्पीकर रमा देवी ने कहा कि आप इधर-उधर की बात न करें बल्कि चेयर की ओर देखकर अपना विषय रखें। इस पर आजम खान ने स्पीकर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिससे हंगामा हो गया और बीजेपी समेत कई दलों के सांसद उनसे माफी की मांग करने लगे।
इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कुर्सी संभाल ली और सदन को शांत करवाने की कोशिश की। स्पीकर की अनुमति के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्पष्टीकरण भी पेश किया। इसके बाद आजम खान को बोलने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसे अपमान के बाद वो नहीं बोल सकते और सदन से बाहर निकल गए।
इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019’ को चर्चा एवं पारित करने के लिये पेश किया जिसमें विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की संरक्षा करने और उनके पतियों द्वारा तीन बार तलाक बोलकर विवाह तोड़ने को निषेध करने का प्रावधान किया गया है।