विवादित बयान देने वाले बीजेपी एमएलए सुरेंद्र सिंह भरेंगे निर्दलीय पर्चा, बैरिया सीट से मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को टिकट मिलने से हैं नाराज
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 7, 2022 03:30 PM2022-02-07T15:30:38+5:302022-02-07T17:14:18+5:30
बागी बलिया में एक बार फिर बीजेपी को बैरिया सीट से अपने मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह की बगावत झेलनी पड़ रही है। भाजपा ने कल रात प्रत्याशियों की जो लिस्ट जारी की, उसमें सुरेंद्र सिंह का नाम गायब था।
बलिया: बैरिया विधानसभा सीट से बीजेपी के मौजूदा एमएलए सुरेंद्र सिंह ने निर्दलीय पर्चा भरने की घोषणा कर दी है। यूपी बीजेपी की ओर से रविवार देर रात जारी की गई लिस्ट में बैरिया सीट से सुरेंद्र सिंह का नाम काट दिया गया था और उनकी जगह बलिया सदर के मौजूदा विधायक और योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की गई थी।
दरअसल बीजेपी ने बलिया सदर सीट से मंत्री स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह को टिकट दिया है। पति-पत्नी के विवाद में बीजेपी ने लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से मंत्री स्वाति सिंह का भी टिकट काट दिया था और उनकी जगह पर ईडी से वीआरएस लेने वाले राजेश्वर सिंह को टिकट दे दिया था।
सत्ता का समीकरण साधने के लिए बीजेपी ने बलिया में जो टिकटों की अदला-बदली और टिकट कटौती है, उससे बागी बलिया में एक बार फिर बीजेपी को अपने मौजूदा बैरिया सीट के विधायक सुरेंद्र सिंह की बगावत झेलनी पड़ रही है। भाजपा ने कल रात जैसे ही प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की, जिसके बाद से बलिया में सियासी लड़ाई तेज हो गई है।
भाजपा ने बलिया की सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, लेकिन सबसे चौंकाने वाला मामला रहा बैरिया सीट से विवादित बयानवीर एमएलए सुरेंद्र सिंह का टिकट कटना। बीजेपी ने उनकी जगह मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को बैरिया विधानसभा भेज दिया है, जहां से उन्हें निर्दल प्रत्याशी के तौर पर सुरेंद्र सिंह की चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
बैरिया विधानसभा क्षेत्र के सभी सम्मानित जनता से निवेदन है कि मैं 8 फरवरी को निर्दलीय नामांकन करूंगा ।आप सभी अपना आशीर्वाद और हमे प्रदान करें।@BJP4UP@News18India@ANINewsUP@swatantrabjp
— Surendra Nath Singh (@surendramlabjp) February 6, 2022
साल 2017 के चुनाव में आनंद स्वरूप शुक्ला को बलिया सदर से 92889 वोट मिले थे और इन्होंने 50.42 फीसदी वोट हासिल किया था। शुक्ला ने इस सीट पर सपा के लक्ष्मण गुप्ता को 40 हजार 11 वोटों से हराया था, जिन्हें कुल 52878 वोट मिले थे। वहीं साल 2012 में यहां से चुनाव जीतने वाले अखिलेश सरकार में मंत्री रहे नारद राय ने बगावत करते हुए बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिन्हें महज 31515 वोट मिले थे और वो तीसरे स्थान पर रहे थे।
वहीं अगर बैरिया सीट की बात करें तो भाजपा के सुरेंद्र सिंह साल 2012 के सपा विधायक जय प्रकाश अंचल को मात देते हुए यह सीट 64868 वोट पाकर अपने नाम की थी। सुरेंद्र सिंह को 40.21 फीसदी वोट मिला था।
भाजपा द्वारा टिकट काटे जाने से नाराज सुरेंद्र सिंह ने बैरिया विधानसभा सीट से निर्दल चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है, जिससे भाजपा की इस पर परेशानी बढ़नी तय है। वैसे भी सुरेंद्र सिंह अपने बयानों से भी भाजपा के लिए परेशानी खड़े करते रहे हैं। कभी वो अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं तो कभी अपनी ही पार्टी के मौजूदा सांसद विरेंद्र सिंह मस्त के खिलाफ।
जुलाई 2021 में सुरेंद्र सिंह ने अखिलेश यादव के बारे में कहा था कि अखिलेश यादव को अपने पिता को जबरन अध्यक्ष पद से हटाकर खुद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बन गए, जो अपने पिता का नहीं हुआ तो वह जनता का क्या होगा। इसके अलावा सुरेंद्र सिंह ने दिसंबर 2021 में अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा था कि सपा मुखिया में यदि दम है तो 2022 का विधानसभा चुनाव बैरिया सीट से लड़कर दिखा दें, उन्हें बैरिया से मैं एक लाख वोटों से हराऊंगा। यह बात और है कि अब बीजेपी ने ही उनका पत्ता साफ कर दिया है।
इसके अलावा सुरेंद्र सिंह दिसंबर 2021 में ही सपा सांसद जया बच्चन पर कथित रूप से अश्लील टिप्पणी करते हुए कहा था कि पहले तो त्यागी, तपस्वी और साधक ही आशीर्वाद या श्राप दिया करते थे लेकिन अब नर्तकी भी श्राप देने लगी है। यही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए सुरेंद्र सिंह ने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र जरूर 21 साल होना चाहिए लेकिन साथ ही यह कानून भी बनाना चाहिए कि 50 साल के बाद पुरुषों को भी शादी नहीं करनी चाहिए।
बलिया से मौजूदा बीजेपी सांसद विरेंद्र सिंह मस्त के खिलाफ टिप्पणी करते हुए सुरेंद्र सिंह ने जनवरी 2021 में आरोप लगाया था कि वो भू-माफिया हैं। सुरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया था कि सांसद विरेंद्र सिंह ने स्वयं और अपने बेटे और भाई-भतीजे के नाम पर बैरिया क्षेत्र के शिवपुर गांव में विजय बहादुर सिंह की 18 एकड़ से ज्यादा जमीन धोखेधड़ी से हड़प ली है।