भारत: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल के एक विधायक को फर्जी मार्कशीट लगाए जाने के आरोप में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। अदालत ने उनको पांच साल की जेल की सजा भी सुनाई है। यूपी में अगले कुछ महीनों बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह एक बड़ी कार्रवाई है।
क्या था मामला
अयोध्या की गोसाईगंज सीट से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी को विशेष अदालत ने कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए फर्जी मार्कशीट का उपयोग करने को दोषी ठहराया है। इसके बाद यूपी विधानसभा की सदस्यता से उनको अयोग्य घोषित कर दिया गया। अदालत ने उन्हें पांच साल जेल की सजा सुनाई है।
ट्विटर पर जताई खुशी
इस कार्रवाई पर सोशल मीडिया में कई लोगों ने खुशी जाहिर की है तो कई अन्य लोगों ने इस पर सवाल भी उठाए हैं। शैलेंद्र सिंह@shaksingh नाम के एक यूजर ने ट्वीट किया कि, "अच्छा। अब यह एक और बात साबित करता है कि सरकार में रहते हुए भी राज्य और केंद्र सरकार ने इस अपराध में इंद्र प्रताप की मदद नहीं की।" सुरेंद्र प्रताप सिंह@Surendr12956126 नाम के यूजर ने लिखा, "यह सुनकर अच्छा लगा।"
कोर्ट के फैसले पर जताई नाराजगी
यूनिवर्सल हारमोनी@harmony4oll नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, "मिलॉर्ड्स नवाब मलिक, शिवसेना, कांग्रेस, टीएमसी के कागजात की जांच नहीं कर रहे हैं, लेकिन यूपी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मिलॉर्ड के पास हर समय है। कुछ नहीं मिला तो मार्कशीट काफी है। लखीमपुर पर कुछ नहीं मिला इसलिए सारी कुंठाएँ ला रहा हूँ !! न्यायपालिका में धांधली !!"