भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि यूपीए-2 में सेना के खिलाफ गलत खबरें चलवाई गई थी। बीजेपी ने कहा, यूपीए-2 के सहयोग से कुछ नेताओं ने भारतीय सेना की छवि खराब करने के लिए गलत गोपनीय जानकारी को लीक करवाई थी। बीजेपी ने ये बात एक अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने यह जानाकारी दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में दी।
देश के सेना की मानहानि हुई है: बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा, ये सिर्फ जानकारी लीक करने की बात नहीं है, बल्कि ये सेना के मानहानि का मामला है। ये मामला 2012 का है। जब एक अखबार में सेना द्वारा कथित तख्तापलट की खबर प्रकाशित हुई थी। इस खबर के बाद देशभर में काफी बवाल हुआ था।'
जीवीएल नरसिम्हा ने कहा- कांग्रेस नेताओं ने रची थी पुरी साजिश
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने बताया, 'अखबार में छपी ये रिपोर्ट कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा प्लान की गई थी। जिसमें यूपीए-2 के कुछ केन्द्रीय मंत्री भी शामिल थे। यह एक निर्मित तख्तापलट था। उसके बाद इस गलत जानकारी के आधार पर, तत्कालीन प्रधानमंत्री ने आईबी (IB)से सबूत जुटाने को कहे थे। यहां तक कि जब आईबी ने सारे मामलों की सच्चाई की रिपोर्ट पीएमओ को सौंप दी थी। तब भी यूपीए ने मीडिया में वह कहानी रची थी, जिसमें भारतीय सेना को बदनाम करने की कोशिश की गई थी।
बीजेपी ने राहुल गांधी ने मांगा जवाब
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी से इस पूरे मामले पर जवाब मांगा है। बीजेपी ने यहां तक कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार के तकरीबन चार मंत्रियों ने मिलकर इसकी प्लानिंग की थी। बीजेपी ने इस मामले में संसदीय कमिटी से भी जांच की मांग की है।
नरसिम्हा राव ने कहा,'मैंने स्टैंडिंग कमिटी के अध्यक्ष से इसकी बैठक बुलाने की मांग की है। ताकि जांच की जा सके कि इस तरह की खबरों में कौन शामिल था, उसका जल्द-जल्द से नाम सामने आ सके। 'द संडे गार्डियन' की रिपोर्ट 2011-12 में ये खबर आई थी। 'द संडे गार्डियन' की रिपोर्ट में छपा था तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने आईबी के अधिकारियों से सेना की कथित तख्तापलट खबरों पर रिपोर्ट मांगी थी। आईबी ने रिपोर्ट में कहा था कि ऐसा कोई कोशिश नहीं किया गया है।