"ईवीएम के दुरूपयोग से चुनाव जीत रही है भाजपा", तीन राज्यों में बीजेपी की जीत पर बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 17, 2023 06:23 PM2023-12-17T18:23:32+5:302023-12-17T18:28:31+5:30
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ईवीएम का दुरुपयोग नहीं हुआ होता तो 2022 के विधान सभा चुनाव 2022 में ही उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया होता।

"ईवीएम के दुरूपयोग से चुनाव जीत रही है भाजपा", तीन राज्यों में बीजेपी की जीत पर बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
बलिया: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा कि सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नही समझते, ऐसे लोग सनातन विरोधी हैं जबकि ‘ हम उनसे बड़े सनातनी हैं।’ मौर्य ने तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन ( ईवीएम) के दुरुपयोग की जीत करार देते हुए दावा किया कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके करिश्मा की जीत नहीं है।
सपा नेता ने रविवार को जिले के रसड़ा क्षेत्र में बौद्ध सम्मेलन कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए स्वयं को बड़ा सनातनी बताया। मौर्य ने सनातन धर्म से जुड़े एक सवाल के ज़बाब में कहा,‘‘ सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नही समझते। सनातन धर्म भगवान बुद्ध के मुंह से निकला हुआ शब्द है। अपने शिष्यों को संदेश देते हुए अंत में वह कहते थे कि जो मैं कह रहा हूं, वही सनातन धर्म है।”
उन्होंने सनातन को मानने वालों पर प्रहार करते हुए कहा, “ये तो नकल करते हैं। वे बौद्ध धर्म का सनातन लेकर बड़े सनातनी बनते हैं। इनके सनातन में और सच के सनातन में बहुत अंतर है। सच का सनातन जो आदि काल में था, आज भी है एवं वह आगे भी रहेगा।” चीजों को स्पष्ट करते हुए मौर्य ने कहा , “जैसे सूर्य सबको प्रकाश देता है। सूर्य अपना प्रकाश देने में हिंदू - मुस्लिम - सिख - ईसाई का भेदभाव नहीं करता। वह ब्राम्हण - क्षत्रिय - वैश्य और शूद्र में भेदभाव नहीं करता। इसी प्रकार हवा , पानी , अग्नि सबको समान रूप से अपना शक्ति प्रदान करती हैं। यह सनातन है।”
उन्होंने कहा, “यह सनातन है कि बच्चा मां की पेट से पैदा होता है। लेकिन वे मुंह से ब्राम्हण पैदा कर देते हैं तथा बांहों से क्षत्रिय , जंघे से वैश्य और पैर से शूद्र पैदा कर देते हैं। इस तरह का बकवास सनातन नहीं हो सकता। सनातन वैज्ञानिक , सर्व ग्राही एवं सबको स्वीकार्य भी है। हम उनसे बड़े सनातनी हैं। इसलिए जो सनातन धर्म का ढोल पीटते हैं, वह सनातन विरोधी हैं।”
सपा नेता ने तीन राज्यों के विधान सभा चुनाव में भाजपा की जीत को ई वी एम के दुरुपयोग की जीत करार देते हुए कहा है कि यह जीत प्रधानमंत्री मोदी और उनके करिश्मा की जीत नही है । मौर्य ने कहा ,‘‘(मैं) दावे के साथ कहता हूं कि भाजपा ईवीएम का दुरुपयोग कर चुनाव जीत रही है। यह जीत मोदी , उनके करिश्मे की नही , बल्कि ई वी एम के दुरुपयोग की जीत है।”
उन्होंने कहा कि ईवीएम का दुरुपयोग नहीं हुआ होता तो 2022 के विधान सभा चुनाव 2022 में ही उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया होता। उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि से सटे शाही ईदगाह परिसर के ए एस आई सर्वेक्षण के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की मंज़ूरी और काशी विश्वनाथ के चल रहे विवाद को लेकर आरोप लगाया है कि धार्मिक संस्थाएं धर्म के नाम पर नित्य उन्माद पैदा करने की कोशिश कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं।
मौर्य ने कहा, “कुछ तथाकथित धार्मिक संस्थाएं धर्म के नाम पर नित्य उन्माद पैदा करने की कोशिश कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। यह न देश के हित में है और न ही संविधान के अनुसार है।”
सपा नेता ने उत्तर प्रदेश में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका को लेकर कहा,‘‘ कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। इंडिया गठबंधन की शुरुआत और पहल करने वाले वह हैं। वह सक्रिय भूमिका निभाते हैं तो स्वागत योग्य है।’’ उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने को लेकर पूछे जाने पर कहा, “इंडिया गठबंधन में आने को लेकर मायावती खुद तय करेंगी, हम सलाह देने वाले कौन होते हैं।”
खबर- पीटीआई भाषा (केवल शीर्षक को छो़ड़कर)