अमेठी हराकर कांग्रेस की नब्ज पर चोट करने की जुगत में भाजपा, लेकिन सामने हैं ये चुनौतियां
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 1, 2019 08:14 AM2019-04-01T08:14:17+5:302019-04-01T08:14:17+5:30
भाजपा की कोशिश है कि अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को हराकर इस पार्टी को सबसे बड़ी चोट दी जाए।
कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाली भाजपा की खास नजर आसन्न लोकसभा चुनाव में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की सीट छीनकर कांग्रेस की नब्ज पर चोट करने पर लगी है, मगर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अक्सर मौजूदगी के बावजूद नेहरू-गांधी परिवार के इस गढ़ में भगवा दल की राह आसान नजर नहीं आती. भाजपा जहां पिछले 15 साल से सांसद राहुल पर अमेठी के विकास पर ध्यान ना देने का आरोप लगाकर उनकी नाकामियां गिना रही है, वहीं कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने पिछले पांच साल में अमेठी को कुछ देने के बजाए विकास परियोजनाएं वापस लेकर उससे काफी कुछ छीना ही है.
भाजपा की कोशिश है कि अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को हराकर इस पार्टी को सबसे बड़ी चोट दी जाए. अमेठी लोकसभा क्षेत्र के भाजपा संयोजक राजेश अग्रहरि ने कहा कि राहुल जी को पिछली बार 15 दिन की तैयारी में ही भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कड़ी टक्कर दी थी. इस बार तो स्मृति ने पांच साल काम किया है. अमेठी के लोगों का जीवन आसान हुआ है.
दूसरी बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भी सत्ता विरोधी लहर में घेर नहीं पा रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की उपलब्धियों और भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के लगातार काम और 41 दौरों के बलबूते हम जनता के बीच जा रहे हैं. कांग्रेस के प्रति अमेठी की धारणा पूरी तरह बदल चुकी है. अमेठी के लिए फूड पार्क, पेपर मिल और नेटिव परियोजनाएं शुरू होने से पहले ही खत्म हो गईं.
कई स्वीकृत परियोजनाओं को किया निरस्त
कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में स्वीकृत हुई फूड पार्क परियोजना को मोदी सरकार ने निरस्त कर दिया. पेपर मिल की परियोजना और बजट दोनों ही मंजूर हो चुका था. साथ ही जमीन भी आवंटित हो गई थी, मगर उसके बावजूद इसे निरस्त कर दिया गया. यही हश्र रामगंज त्रिशुंडी में नैटिव मोटर उपकरण निर्माण एवं प्रशिक्षण परियोजना का भी हुआ.
अमेठी के मतदाता सब जानते हैं उन्होंने कहा कि अमेठी के मतदाता भाजपा की इन कारस्तानियों के बारे में सब जानते हैं. स्मृति ईरानी सिर्फ इतना बता दें कि उन्होंने अपने प्रयास से बनी किन चार परियोजनाओं का उदघाटन और शिलान्यास किया. अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने भी यहां के लिए आज तक कुछ नहीं किया.
हालांकि अग्रहरि ने मिश्रा के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने अमेठी के साथ सौतेलापन कतई नहीं किया. हर जगह काम हुआ है. स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली के क्षेत्र में जमीनी बदलाव आया है. राहुल का दक्षिण भारत से चुनाव लड़ना बना मुद्दा भाजपा राहुल के दक्षिण भारत की किसी सीट से चुनाव लड़ने की सम्भावनाओं को भी मुद्दा बना रही है.
इस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिश्रा कहते हैं कि राहुल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके प्रति पूरे देश में स्नेह और आदर है। दक्षिण भारत के पार्टी कार्यकर्ता अगर चाहते हैं तो राहुल अमेठी के साथ-साथ वहां की किसी सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं. इसे राहुल का पलायन कहना जनता को गुमराह करना है.