लाभार्थियों वर्ग को पार्टी से जोड़ने में जुटी है भाजपा, मंडल और बूथ स्तर पर शुरू हो गई है तैयारियां
By राजेंद्र कुमार | Published: January 25, 2023 11:29 PM2023-01-25T23:29:04+5:302023-01-25T23:39:05+5:30
आपको बता दें कि इन्ही योजनाओं के चलते बीते 2022 के विधानसभा चुनावों में लाभार्थियों ने भाजपा को काफी फायदा पहुंचाया था। इस वजह से केंद्रीय नेतृत्व की रिपोर्ट पर लोकसभा चुनाव के लिए लाभार्थी संवाद की यह योजना तैयार की गई है। इसमें लोकसभा क्षेत्र प्रभारी व संयोजक और विधानसभा क्षेत्र प्रभारी व संयोजक बनाए जा चुके हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वाले लाभार्थियों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने साथ जोड़े की मुहिम में जुट गई है। इसके लिए भाजपा मंडल और बूथ स्तर पर एक पुरुष और एक महिला की टीमें तैनात कर उनके जरिये सूबे के 18 करोड़ लाभार्थियों तक सरकार की नीतियों के लाभ को बताने का प्रयास कर रही है।
लाभार्थियों तक सरकार ही योजनाओं का लाभ बताने वाली भाजपा की टीम के मुखिया को लाभार्थी प्रमुख नाम दिया गया है। ये टीमें घर-घर और गांव-गांव जाकर लोगों को सरकार की योजनाओं के लाभ बता रहे हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव में 80 सीटे जीतने का लक्ष्य बना रही है भाजपा
पार्टी नेताओं के अनुसार, भाजपा और सहयोगी दलों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 64 सीटें जीती थीं। इस जीत में लाभार्थी वर्ग की अहम भूमिका रही थी, ऐसा बीजेपी नेताओं का मत है। अब भाजपा नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनावों 80 सीटे जीतने का लक्ष्य तय किया है। इस टार्गेट को हासिल करने के लिए लाभार्थी प्रमुखों की अलग-अलग टीमें हर गांव में जाएंगी। यह टीमें केंद्र और राज्य की कुल 10 योजनाओं के बारे में बताएंगे. इन टीमों के पास उनके बूथ के लाभार्थियों के नाम होंगे।
जिनके आधार पर भाजपा के लाभार्थी प्रमुख शहर और गांवों में चौपाल लगाकर लाभार्थियों को चाय पर चर्चा के लिए बुलाएंगे। ऐसी चौपालों में लाभार्थी प्रमुख सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वालों को प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, जल-जीवन मिशन, स्वच्छ भारत अभियान, प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा, मातृ वंदना, श्रम योगी मानधन, एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड, गरीब कल्याण अन्न योजना के बारे में बताएंगे।
2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को ऐसे ही मिला था फायदा
इन्ही योजनाओं के चलते बीते 2022 के विधानसभा चुनावों में लाभार्थियों ने भाजपा को काफी फायदा पहुंचाया था। इस वजह से केंद्रीय नेतृत्व की रिपोर्ट पर लोकसभा चुनाव के लिए लाभार्थी संवाद की यह योजना तैयार की गई है। इसमें लोकसभा क्षेत्र प्रभारी व संयोजक और विधानसभा क्षेत्र प्रभारी व संयोजक बनाए जा चुके हैं। अब मंडल और बूथ स्तर पर संयोजक बनाकर गांव- गांव भेजे जा रहे हैं। आपको बता दें कि यूपी में लाभार्थियों की संख्या 18 करोड़ से अधिक है।
अब इन लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा नेता प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, जल-जीवन मिशन, स्वच्छ भारत अभियान, प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा, मातृ वंदना, श्रम योगी मानधन, एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड, गरीब कल्याण अन्न योजना आदि का लाभ बता कर फिर उनका वोट हासिल करने की मुहिम में जुटे हैं।