BJP Foundation Day: 6 अप्रैल को करोड़ों कार्यकर्ता, सांसद और मंत्री को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, जानें क्या है पूरा मामला
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 28, 2022 08:35 PM2022-03-28T20:35:14+5:302022-03-28T20:36:18+5:30
BJP Foundation Day: भाजपा 6 अप्रैल, 1980 को अस्तित्व में आई। पार्टी का 42वां स्थापना दिवस होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जो अब केंद्र में शासन कर रही है।
BJP Foundation Day: भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को पार्टी कार्यकर्ताओं, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को संबोधित करेंगे। यह पार्टी का 42वां स्थापना दिवस होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जो अब केंद्र में शासन कर रही है।
Prime Minister Narendra Modi will address all the BJP workers, Ministers, MPs, MLAs on 6th April on the foundation day of BJP.
— ANI (@ANI) March 28, 2022
(File photo) pic.twitter.com/SNfsDILO2a
1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। बाद में इसे 1977 में कई दलों के साथ मिला दिया गया और जनता पार्टी के रूप में उभरी। 1980 में जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद ने अपने सदस्यों को पार्टी के 'दोहरे सदस्य' होने से प्रतिबंधित कर दिया।
आरएसएस के पूर्व जनसंघ के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी नामक एक नई पार्टी बनाने के लिए संगठन छोड़ दिया। इस प्रकार, भाजपा 6 अप्रैल, 1980 को अस्तित्व में आई। इस बीच, 29 मार्च को पीएम मोदी श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 211वीं जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल के ठाकुरबाड़ी के श्रीधाम ठाकुरनगर में आयोजित 'मतुआ धर्म महा मेला 2022' को भी वस्तुतः संबोधित करेंगे।
On the occasion of 211th birth anniversary of Shree Shree Harichand Thakur, Prime Minister Narendra Modi will address Matua Dharma Maha Mela 2022 at Shreedham Thakurnagar, Thakurbari, West Bengal on 29th March, tomorrow via video conferencing: PMO pic.twitter.com/cZ4dc6Volv
— ANI (@ANI) March 28, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के श्रीधाम ठाकुरनगर में मतुआ समुदाय की प्रख्यात हस्ति श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 211 जयंती पर आयोजित ‘ मतुआ धर्म महा मेला’ को मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि ठाकुर ने स्वतंत्रता से पहले अविभाजित बंगाल में अपना पूरा जीवन वंचितों, दबे कुचले लोगों की बेहतरी के लिए समर्पित किया। उनके द्वारा अब के बांग्लादेश स्थित ओरकांडी में वर्ष 1860 में शुरू सामाजिक और धार्मिक आंदोलन से मतुआ धर्म की स्थापना हुई।
अखिल भारतीय मतुआ महासंघ ने ‘मतुआ धर्म महा मेला-2022’का आयोजन 29 मार्च से पांच अप्रैल के बीच किया है। मोदी ने ट्वीट कर रेखांकित किया कि वर्ष 2019 में उन्हें ठाकुरनगर जाने का मौका मिला। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस यात्रा को कभी नहीं भूल सकता है। यह बहुत विशेष थी कि बोरो मां बिनापानी ठाकुर का आशीर्वाद मिला।’’ प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही पिछले साल बांग्लादेश यात्रा के दौरान ओराकांडी ठाकुरबाड़ी में दिए भाषण का लिंक भी साझा किया है।