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बिहार में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद मचा घमासान, भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की इस्तीफे की मांग

By एस पी सिन्हा | Updated: June 5, 2023 17:10 IST

नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने निर्माण कंपनी को टेंडर देने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर क्या कारण है कि उसी कंपनी को काम दिया जाता है? एक बार पुल गिरने के बावजूद फिर से उसी कंपनी को टेंडर क्यों दिया गया? उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है तो सरकार इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से या हाई कोर्ट के सीटिंग जज से कराए।

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ठळक मुद्देअगुवानी-सुल्तानगंज पुल गिरने के बाद बिहार में सियासत तेजबीजेपी ने नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगाविजय कुमार सिन्हा ने कहा पूरे राज्य में भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त है

पटना: बिहार में सुल्तानगंज-अगुवानी घाट के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सरकार पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश-तेजस्वी की सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार का नतीजा है कि पुल ध्वस्त हो गया। सावन के महीने में पुल का शुभारंभ होना था। ये तो महादेव की कृपा रही कि उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार का पुल ध्वस्त हो गया, नहीं तो कितने ही लोगों की जान चली जाती।

नेता प्रतिपक्ष ने निर्माण कंपनी को टेंडर देने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर क्या कारण है कि उसी कंपनी को काम दिया जाता है? एक बार पुल गिरने के बावजूद फिर से उसी कंपनी को टेंडर क्यों दिया गया? उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है तो सरकार इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से या हाई कोर्ट के सीटिंग जज से कराए। विजय सिन्हा ने कहा कि सदन में बार-बार विधायकों ने इस पुल के घटिया निर्माण को लेकर बातें की थी। कहा गया था कि जांच होगी। फिर जांच क्यों नहीं हुई? इनके भ्रष्ट अधिकारी जांच नहीं होने देते हैं। अब बड़े अधिकारी ही कमीशन लेकर सरकार तक पहुंचाते हैं। नीतीश कुमार आज उसके साथ हैं जो भ्रष्टाचार का द्योतक है और उनमें अब हिम्मत नहीं कि वो न्यायिक जांच कराए क्योंकि इसमें जिन लोगों की संलिप्तता हैं वो सरकार में है।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पूरे राज्य में भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त है। अधिकारी खुलेआम कमीशन ले रहे हैं और सरकार में बैठे लोगो तक पहुंचा रहे हैं। ऐसे में इस तरह की घटना होना कोई बड़ी बात नहीं है। आज जो सरकार में अधिकारी कह रहे हैं नीतीश कुमार चुप्पी साधे बैठे हैं। इसका कारण साफ है कि उन्हें जनता से मतलब नहीं है। उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से भी सवाल किया कि क्या ललन सिंह ऐसे घटना की न्यायिक जांच करवाने को मांग से सहमत हैं? उन्हें भी इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए।

बता दें कि बिहार के खगड़िया और भागलपुर जिले के बीच 1710 करोड़ की लागत से बनने वाला अगुवानी-सुल्तानगंज पुल रविवार शाम गंगा नदी में समा गया। इस पुल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। पुल के गिरने के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि यह पुल पिछले साल भी टूटा था। 

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