मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे जाने को भाजपा ने बताया घोटाला, कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: November 16, 2022 05:43 PM2022-11-16T17:43:41+5:302022-11-16T17:44:55+5:30
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि जिस नियुक्ति पत्र को डीआईजी शिवदीप लांडे ने अपने कार्यालय में बांटा था, उसी नियुक्ति पत्र को नीतीश-तेजस्वी की सरकार फिर से बांट रही है।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा धड़ाधड़ नियुक्ति पत्र बांटे जाने पर भाजपा नियुक्ति हमलावर हो गई है। भाजपा ने इसे नियुक्ति वाली नौटकी और नियुक्ति घोटाला बताया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि जिस नियुक्ति पत्र को डीआईजी शिवदीप लांडे ने अपने कार्यालय में बांटा था, उसी नियुक्ति पत्र को नीतीश-तेजस्वी की सरकार फिर से बांट रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की मंशा साफ है। जिस बहाली की नियुक्ति पत्र वो बांट रहे हैं उसका विज्ञापन कब निकाला गया? फाइनल रिजल्ट कब जारी की गई? इन तमाम चीजों का श्वेत पत्र जारी कर बिहार की जनता को बताए। विजय सिन्हा ने कहा कि ये घोटाला वाली नियुक्ति पत्र है। उन्होंने नीतीश कुमार से कहा कि चालक बनिये, चालाक नहीं। आप नियुक्ति पत्र बांटकर लोगो को भ्रमित कर रहे हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी सवाल पूछ दिया कि नीतीश कुमार 4 लाख से ज्यादा नियोजित शिक्षक को स्थाई क्यों नहीं कर रहे हैं? भाजपा सदन के अंदर हमेशा नीतीश सरकार को सावधान करती रही, लेकिन नीतीश कुमार के जिद के कारण बिहार बर्बाद हो रहा है। वहीं, भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार झूठ की सरकार है। दोबारा नियुक्ति पत्र बांटकर ये लोग नियुक्ति घोटाला कर रहे हैं।
जिस तरीके से 10 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को नियुक्ति, जिला आवंटन और वेतन उठाने के बाद उन्हें दोबारा नियुक्ति पत्र दी जा रही है। चाचा भतीजा बिहार की जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 9 हजार से ज्यादा मेडिकल कर्मियों और पंचायत विभाग के कर्मियों को जो नियुक्ति पत्र बांटा गया उनकी नियुक्ति भी पहले ही हो चुकी है।