बीरभूम: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता के मर्डर के बाद हुई हिंसा में दो बच्चों समेत जिंदा जलाकर की गई 8 लोगों की हत्या को लेकर शनिवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने अलग-अलग मार्च निकाला। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और अन्य बीजेपी नेताओं ने बीरभूम में हुई हिंसा के विरोध में रामपुरहाट में पदयात्रा निकाली तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने हावड़ा में विरोध मार्च निकाला।
हिंसा को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, मामले में सिर्फ हत्यारे को गिरफ्तार करने से काम नहीं होगा, बल्कि साजिशकर्ता को भी पकड़ा जाना चाहिए।
वहीं कांग्रेस द्वारा निकाली गई न्याय यात्रा में अधीर रंजन चौधरी ने कहा, स्थानीय पुलिस यह जांच नहीं कर सकती, इसलिए हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं। यहां की सरकार इस मामले की अनदेखी कर रही है, आम लोग गुस्से में हैं, वे सच जानना चाहते हैं और दोषियों को सजा दिलाना चाहते हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, साफ है कि अनीश खान (पूर्व छात्र नेता) की हत्या में यहां के पुलिस अधिकारी जिम्मेदार हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी दोषियों को 15 दिनों के भीतर हिरासत में लेने का वादा किया। 42 दिन बीत चुके हैं और उसने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
बता दें कि शनिवार को ही सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए सीबीआई को जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने अपने आदेश में यह कहा है कि सीबीआई को 7 अप्रैल तक अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट को फाइनल करना होगा।