अध्यादेश लाकर नहीं बनेगा राम मंदिर, अमित शाह बोले- सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार करेगी सरकार
By पल्लवी कुमारी | Updated: November 26, 2018 08:50 IST2018-11-26T08:50:51+5:302018-11-26T08:50:51+5:30
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि आगमी विधान सभा चुनाव में बीजेपी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों में विजयी होगी। इस चुनावी जीत के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार की छवि और भी ज्यादा बूस्ट होगी।

अध्यादेश लाकर नहीं बनेगा राम मंदिर, अमित शाह बोले- सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार करेगी सरकार
अयोध्या विवाद/ राम मंदिर मुद्दे पर संघ और हिंदू संगठनों द्वारा नरेन्द्र मोदी सरकार पर अध्यादेश लाने का दबाव बनाया जा रहा है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी( बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने साफ कर दिया है कि सरकार अगली साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार करेगी।
रविवार को अमित शाह ने कहा, राम मंदिर का मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और इसके सुनवाई होने तक हमें इंतजार करना है। अमित शाह का यह बयान शायद इसी ओर इशारा करता है कि मोदी सरकार अध्यादेश लाकर राम मंदिर बनाने के पक्ष में नहीं है।
अमित शाह ने कांग्रेस पर अयोध्या विवाद की सुनवाई को 2019 तक टालने का लगाया आरोप
हालांकि यहां अमित शाह ने राम मंदिर/अयोध्या विवाद पर यह उम्मीद जताई है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंदिर के हक में ही आएगा। शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि यह मामला कोर्ट में नव सालों से पेडिंग है इसके बाद भी कांग्रेस ने इसकी सुनवाई 2019 के चुनावों तक टालने की मांग की थी।
टाइम्स ऑफ इंडिय के मुताबिक अमित शाह ने दावा किया है कि आगमी विधान सभा चुनाव में बीजेपी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों में विजयी होगी। इस चुनावी जीत के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार की छवि और भी ज्यादा बूस्ट होगी। अमित शाह ने यह भी दावा किया है कि वह बीजेपी 2019 की लोकसभा चुनाव भी जीतेगी।
अमित शाह ने कहा- राम मंदिर के निर्माण के लिए बीजेपी प्रतिबद्ध
अमित शाह ने कहा, राम मंदिर के निर्माण के लिए बीजेपी पार्टी की प्रतिबद्धता है लेकिन ये सर्व सहमित से ही बनेगा। अमित शाह ने सबसे अपील भी की है कि वह इस मामले पर वह सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के लिए जनवरी तक शांति बनाए रखे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी की सरकार है। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधान सभा के लिए चुनाव 28 नवंबर को होंगे।