राजस्थान में अब सरकारी डॉक्टर्स नहीं कर पाएंगे मनमानी, समय से पहुंचेंगे अस्पताल, गहलोत सरकार ने उठाया यह कदम
By रामदीप मिश्रा | Published: January 2, 2019 02:08 PM2019-01-02T14:08:56+5:302019-01-02T14:08:56+5:30
डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि सभी चिकित्सालयों में निर्धारित समय पर आउटडोर व इनडोर में आने वाले मरीजों को आवश्यक उपचार सेवायें उपलब्ध कराई जा रही हैं।
राजस्थान में अब सरकारी डॉक्टर्स समय पर अस्पताल पहुंचेंगे क्योंकि सूबे के सभी सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू कर दी गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप जिला, सैटेलाइट व जिला अस्पताल एवं स्वास्थ्य भवन में चिकित्सकों, अधिकारियों एवं अन्य स्टाफ की बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू हुई है।
डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि सभी चिकित्सालयों में निर्धारित समय पर आउटडोर व इनडोर में आने वाले मरीजों को आवश्यक उपचार सेवायें उपलब्ध कराई जा रही हैं। आमजन तक अस्पतालों में निर्धारित समय पर चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की उपस्थिति, मरीजों को अनुशासित स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के उद्देश्य से बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू की गयी है।
विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने भी खुद बायोमेट्रिक उपस्थित दर्ज करायी है। उन्होंने बताया कि पहले दिन ही प्रदेश में बायोमेट्रिक उपस्थिति के उत्साहजनक परिणाम सामने आये हैं।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पहले दिन प्रदेश के 1859 अस्पतालों में करीब 60 प्रतिशत कार्मिकों ने निर्धारित समय पर अपनी उपस्थिति दी है। उन्होंने बताया कि जिन अस्पतालों में बायोमेट्रिक उपस्थित शुरू नही हो पायी है, वहां तत्काल शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने नव वर्ष पर संकल्प लेने का आव्हान किया है कि प्रत्येक स्वास्थ्य कार्मिक में सेवा की भावना हो, अच्छा व्यवहार हो व रोगी संतुष्ट होकर हमें दुआएं देकर जाये।