नोएडा की दादरी पुलिस ने अरबों रुपए के बाइक बोट घोटाले में गौतमबुद्ध नगर जिला अदालत के आदेश पर 13 लोगों के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। बाइक बोट कंपनी में निवेश करने वाले एक पीड़ित ने अदालत में अर्जी देते हुए शिकायत की थी कि इस घोटाले के आरोपियों ने उसके 28 लाख रुपये हड़प लिए हैं। पीड़ित ने पुलिस पर मामला न दर्ज करने का आरोप लगाते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद अदालत ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया। हरियाणा के गुरुग्राम निवासी रेलवे से सेवानिवृत्त अमरजीत सिंह धालीवाल ने गौतमबुद्ध नगर जिला अदालत में दी गई शिकायत में कहा था कि उन्होंने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (बाइक बोट) कंपनी में लगभग नौ लाख 93 हज़ार 600 रुपये और उनकी सहकर्मी पूनम भारद्वाज ने लगभग 4.5 लाख रुपये निवेश किए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने यह रकम किश्तों में लगभग दोगुना कर लौटाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उन्होंने कुछ रकम लौटाने के बाद उनकी किश्त रोक दी थी। धालीवाल ने कहा कि किश्त एवं रुपये वापस मांगने पर आरोपियों ने अग्रिम तिथि के लगभग 28 लाख से अधिक रुपये के चेक दिए थे, लेकिन ये सभी चेक बाउंस हो गए थे। पीड़ित का आरोप है कि उसने आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली दादरी और गौतमबुद्घ नगर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते पीड़ित ने अदालत में गुहार लगाई थी। मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने कोतवाली दादरी पुलिस को आरोपियों के खिलाफ़ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। कोतवाली दादरी के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि अदालत के आदेश पर घोटाले के मुख्य आरोपी संजय भाटी और उसकी पत्नी दीप्ति बहल समेत 13 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 406, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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