बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दरबार में लगाई हाजिरी, बने चर्चा का विषय
By एस पी सिन्हा | Updated: December 23, 2022 15:38 IST2022-12-23T15:35:39+5:302022-12-23T15:38:57+5:30
जानकारों के अनुसार डीजीपी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकार कर बिहार के कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर सलाह मशविरा किया है।

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पटना: बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी के गुरुवार को पटना के राबड़ी देवी के आवास पर अचानक पहुंचकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात किया जाना चर्चा का विषय बन गया है। जानकारों की अगर मानें तो किसी मंत्री के दरबार में जाकर डीजीपी के द्वारा हाजिरी लगाया जाना शायद यह पहली घटना है। कारण कि तेजस्वी यादव भले ही उपमुख्यमंत्री पद पर काबिज हों, लेकिन संवैधानिक तौर पर वह केवल मंत्री हैं।
संविधान में उपमुख्यमंत्री का कोई प्रावधान नहीं है और शपथ भी मंत्री पद की ही दिलाई जाती है। ऐसे में पदभार ग्रहण किये जाने के फौरन बाद उपमुख्यमंत्री के दरबार में डीजीपी भट्टी के द्वारा हाजिरी लगाये जाने पर अटकलों का बाजार गर्म है। जानकारों के अनुसार डीजीपी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकार कर बिहार के कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर सलाह मशविरा किया है।
उल्लेखनीय है कि जब तेजस्वी यादव से मिलकर डीजीपी निकले थे तब उपमुख्यमंत्री ने आरएस भट्टी की जमकर प्रशंसा की थी। अब तक के प्रचलन के अनुसार डीजीपी और मुख्यसचिव पदभार ग्रहण करने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री व गृह मंत्री के प्रति ही जवाबदेह होते हैं। सलाह मशविरा भी उन्हीं से लेते हैं। ऐसे में उनके यहां जाना संवैधानिक तौर पर उचित भी माना जाता है। लेकिन किसी अन्य विभाग के मंत्री के यहां डीजीपी का जाना चर्चा का विषय बनना स्वाभाविक है।
ऐसे में सियासत के जानकारों का मानना है कि अब चूंकि तेजस्वी यादव की जल्द ही मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी संभावित है, ऐसे में डीजीपी के द्वारा तेजस्वी यादव के दरबार में दस्तक दिया जाना उसी कडी से जोडकर देखा जा रहा है। बता दें कि आरएस भट्टी लालू-राबड़ी के शासनकाल में अपनी अहम भूमिका निभा चुके हैं। इस दौरान वह कई जिलों में एसपी की कमान भी संभाल चुके थे।