बिहार: गलवान के शहीद के पिता की गिरफ्तारी पर बवाल, सवालों के घेरे में पुलिस का कदम, अब सीआईडी करेगी मामले की जांच
By एस पी सिन्हा | Published: March 1, 2023 04:21 PM2023-03-01T16:21:02+5:302023-03-01T16:21:02+5:30
गलवान घाटी में शहीद हुए जवान के पिता को गिरफ्तार किए जाने और अपराधियों जैसा व्यवहार करने के आरोपों में घिरी बिहार पुलिस अब जांच का सामना करेगी। दरअसल, पूरे मामले की जांच सीआईडी करेगी और रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
पटना: बिहार के वैशाली पुलिस के द्वारा गलवान घाटी में शहीद के पिता के साथ कुख्यात अपराधियों जैसा व्यवहार किए जाने को लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर फजीहत हुई। भाजपा विधायकों ने इस मामले को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल पर उठाए और सदन में जमकर हंगामा किया। नतीज यह हुआ कि शहीद के परिवार को लेकर अपनी सरकार की किरकिरी होते देख नीतीश कुमार ने पूरे मामले की जांच कराने का फैसला किया है।
अब इस पूरे मामले की जांच अब सीआईडी करेगी। पिता की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने सरकारी जमीन पर शहीद बेटे की याद में स्मारक बना दिया था। शहीद जवान के पिता के साथ वैशाली जिले के जंदाहा में हुए दुर्व्यवहार मामले पर मीडिया में आई खबरों के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय सक्रिय हो गया है। मुख्यालय ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है।
इस बारे में बुधवार को पुलिस मुख्यालय की तरफ से आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि इस पूरे प्रकरण की जांच अपराध अनुसंधान विभाग(सीआईडी) के तहत वीकर सेक्शन की टीम करेगी। इसके लिए वीकर सेक्शन के एडीजी को डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी की तरफ से एक स्पेशल टीम बनाने का निर्देश दिया गया है। स्पेशल टीम इस मामले की जांच हर बिन्दु पर करेगी और उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी। रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि वैशाली जिले के जंदाहा थाने की मुकुंदपुर भात पंचायत के चकफतह गांव का है। 23 जनवरी को पुलिस ने पड़ोसी की शिकायत पर शहीद जय किशोर के पिता के खिलाफ एससी/एसटी का मामला दर्ज किया था। एक महीने बाद 25 फरवरी को पुलिस रात 11 बजे उनके घर पहुंची और पिता को जबरदस्ती अपने साथ जंदाहा थाने ले गई। मारपीट के बाद जेल भेज दिया।
इसके बाद से हिंदू संगठनों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। कहा जा रहा है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शहीद की प्रतिमा बनवाकर यहां भेजी थी। परिजन और स्थानीय लोगों ने शहीद की प्रतिमा स्थापित की थी। उसी के बाद से यह मामला बढ़ता चला गया। प्रशासन ने इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया बल्कि सीधे शहीद के पिता पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।