सीवान:बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब ने कई लोगों की जिंदगियां उनसे छीन ली है। मामला सीवान का है जहां कथित तौर पर जहरीली शराब पीने के कारण 10 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए, जिसके बाद इन लोगों को अस्पताल ले जाया गया। मामले में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 7 लोगों का इलाज जारी है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि ये सभी मौते जहरीली शराब पीने के कारण ही हुई है।
मामले की सूचना मिलते ही प्रशासन महकमे में हड़कंप मच गया। फौरन हरकत में आए अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, मौत के स्पष्ट कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। जांच के बाद ही ये साफ होगा कि मरने वालों की मौत जहरीली शराब से हुई है या किसी अन्य वजह से हुई है।
10 लोगों की हुई गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, घटना बीते रविवार की है। जब अचानक एक साथ कई लोगों की तबीयत खराब हो गई। इतने लोगों के संदिग्ध रूप से बीमार होने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय देर रात अस्पताल पहुंचे। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए बताया कि मृतकों के शवों को कब्जे में ले लिया गया है। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, बाकी लोगों का इलाज जारी है। मामले की जांच में जुटे अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
मालूम हो कि घटना सीवान के नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव और भोपतपुर गांव की है। यहां से जिला प्रशासन को संदिग्ध रूप में कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी। डीएम अमित कुमार पांडेय का कहना है कि उन्हें कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी। हमने जांच के लिए टीम का गठन कर दिया है। रात साढ़े 12 बजे तक 10 लोगों को अस्पताल लाया गया था, जिसमें से एक व्यक्ति की मौत रास्ते में ही हो गई थी।
आपको बताते चले कि बिहार में ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पिछले साल दिसंबर में जहरीली शराब पीने से करीब 70 लोगों की मौत हो गई थी। एक साथ इतनी मौतों के कारण जनता से लेकर प्रशासन तक सनसनी मच गई थी। जहरीली शराब पीने से मौत की ये मामला छपरा जिले में हुआ था, जिसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।