बिहार पोस्टर वॉर: राजद के जवाब में जदयू ने छेड़ा चरवाहा विद्यालय राग, कांग्रेस ने भी मारी एंट्री
By एस पी सिन्हा | Published: January 5, 2020 06:25 AM2020-01-05T06:25:30+5:302020-01-05T06:25:30+5:30
बिहार में चल रहे पोस्टर वॉर में जदयू और राजद के बीच अब कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई है. इस पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर हमला करते हए कई सवाल दागे गए हैं. 2020 के चुनाव को टेस्ट की जगह 20- 20 का मैच बताया गया है और पूछा गया है कि जो वादे नीतीश कुमार ने जनता से किए थे उन वादों का क्या हुआ?
बिहार की राजनीति में पोस्टर वॉर जारी है. राजद और जदयू के बीच जारी इस सियासी जंग ने बिहार विधान सभा चुनाव के संघर्ष का अहसास करवा दिया है. शुक्रवार को राजद के पोस्टर के बाद जदयू ने एक बार फिर राजद को पोस्टर के जरिये जवाब दिया है. पार्टी ने इस पोस्टर के जरिये जहां 15 साल बनाम 15 साल दिखाया है, वहीं राजद के लगाये पोस्टर में लिखे गए शब्दों की गलतियां दिखाते हुए तंज कसा है. जदयू ने इन खामियों को चरवाहा विद्यालय का आतंक बताया है. वहीं, इस पोस्टर वॉर में कूदते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी शहर भर में पोस्टर लगाए हैं जिसमें क्रिकेट मैदान की शक्ल देते हुए यूपीए और एनडीए को दो खेमो में दिखाया गया है.
इस तरह से बिहार की राजनीति में इस नए साल की शुरुआत पोस्टर वॉर के साथ हुई, जो अब धिरे-धिरे परवान चढ़ने लगी है. सबसे पहले जदयू ने साल की शुरुआत में ही राजद पर हमला बोलते हुए पोस्टर जारी किया था- हिसाब लो, हिसाब दो. जिसका जवाब राजद ने भी अपने पोस्टर से दिया, झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा. जिसमें कई गलतियां थीं. पोस्टर में छपी गलतियों पर जदयू ने जवाबी हमला किया और नया पोस्टर लगाया, कराहता बिहार-संवरता बिहार. जदयू द्वॉरा जारी पोस्टर में लालू- राबड़ी के 15 वर्षों के शासन को कराहता बिहार से तुलना की है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले 15 साल के शासन को संवरते बिहार की श्रेणी में दिखाया गया है. इस पोस्टर में शुक्रवॉर को राजद द्वॉरा जारी किए गए पोस्टर में 'नीति' शब्द को 'निति' लिखने और 'टोकरी' को 'टोकडी' लिखे जाने पर तंज कसा गया है और इसे चरवाहा विद्यालय से जोड़ा गया है.
उधर, बिहार में चल रहे पोस्टर वॉर में जदयू और राजद के बीच अब कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई है. इस पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर हमला करते हए कई सवाल दागे गए हैं. 2020 के चुनाव को टेस्ट की जगह 20- 20 का मैच बताया गया है और पूछा गया है कि जो वादे नीतीश कुमार ने जनता से किए थे उन वादों का क्या हुआ? कांग्रेस ने अपने पोस्टर से सीधा हमला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बोलते हुए लिखा है कि मिट्टी में मिल जाएंगे, भाजपा नें ना जाएंगे की बात कहने वाले दूसरे की मिट्टी और भूत की कहानी सुनाकर बिहार की जनता को खुद के वादों से ना भटकाएं. वैसे कांग्रेस के इस पोस्ट में भी कई शाब्दिक गलतियां दिख रही हैं जो शुक्रवॉर को राजद के पोस्टर में दिखी थीं. राजद के पोस्टर में कई गलतियां थीं, जिसे फिर बाद में सही करवा कर नया पोस्टर लगाया गया था. राजद की गलतियों वाले पोस्टर पर जदयू ने तंज कसा था और अपने नए पोस्टर से इसका जवाब देते हुए इन खामियों को चरवाहा विद्यालय का आतंक बताया है.
यहां उल्लेखनीय है कि पोस्टर वॉर की शुरुआत गुरुवॉर को पटना शहर के बीचोंबीच इनकम टैक्स चौराहे पर एक बड़ा पोस्टर लगने के साथ हुई थी. इसके बाद शुक्रवॉर को ही राजद कार्यालय के गेट पर भी दूसरा पोस्टर लगाया गया था. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तस्वीरें चस्पा की गई थी. इसमें नीतीश कुमार को 'झूठ की टोकरी' लिए हुए दिखाया गया था और सुशील मोदी को 'जुमलों की टोकरी'. आज जदयू ने इसी का जवाब दिया है. जबकि कांग्रेस ने इसमें इंट्री मारते हुए नये परिभाषा को पेश करने का प्रयास किया है. इसतरह से बिहार की राजनीति में अब धिरे-धिरे पोस्टर वॉर और तेज होता दिखने लगा है.